गो-व्यवसायी की हत्या के मामले में आठ को आजीवन कारावास


In Kozhikode, Kerala, the police have arrested EK Usman in an alleged triple talaq case

 

गो-व्यवसायी की मॉब लिंचिंग के बाद हत्या के आठ दोषियों को झारखंड की स्थानीय अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. अपराधियों ने लातेहार जिले में बालूमाथ थानांतर्गत झाबर के निकट गो-व्यवसायी मजलूम अंसारी और इम्तियाज खान(12) की निर्मम पिटाई के बाद पेड़ से लटका दिया था.

स्थानीय अदालत ने सभी आठ मुजरिमों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. अदालत ने दोषियों पर 25 -25 हजाार रुपए का जुर्माना भी लगाया.

जस्टिस ऋषिकेश कुमार ने इस दोहरे हत्याकांड के मामले के सभी आठ अभियुक्तों को 19 दिसंबर को दोषी करार दिया था. जिसके बाद अभियुक्तों, मनोज साहू, अवधेश साव, प्रशान्त साव, मिथलेश साव उर्फ बंटी, बिशाल तिवारी, मनोज कुमार साव, अरूण साव और एक अन्य को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया था.

17 मार्च 2016 को बालूमाथ थानाक्षेत्र अंर्तगत झाबर और चेताग के बीच में नवादा के पशु व्यापारी मजलूम अंसारी और उसके साथ पशु लेकर जा रहे आराहरा गांव के आजाद खान के पुत्र इम्तियाज खान (12) को पेड़ से लटका कर हत्या कर दी गई थी. 18 मार्च की सुबह 10 बजे तक शव पेड़ से ही लटके हुए थे.

लोग इन हत्यायों को लेकर भारी आक्रोश में थे. प्रदर्शनकारियों ने शवों को लेकर बालूमाथ थाना चौक पर जाम लगा दिया.

प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में एसडीएम, कई पुलिस अधिकारी और जवान घायल हो गए थे. उसी रात पुलिस ने पांच लोगों मनोज साहू, प्रशान्त साव, अवधेश साव, मिथलेश साव उर्फ बंटी, मनोज कुमार साव को गिरफ्तार कर 12 घंटे के अंदर मामले का खुलासा कर लिया था. अन्य तीन आरोपियों, अरूण साव, सहदेव सोनी और बिशाल तिवारी ने पुलिस दबाव में 22 मार्च को अदालत में आत्मसर्मपण कर दिया था.

मामले में 20 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत, बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव, 21 मार्च को वृंदा करात, 22 को हेमंत सोरेन लातेहार पहुंचे थे. उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी.

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दोनों मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख की मुआवजा राशि देने की घोषणा की थी.  लेकिन जब डीसी, एसपी मुआवजा देने के लिए दोनों के घर पहुंचे तो मृतक के परिजनों ने राशि लेने से मना कर दिया था. परिजन मुख्यमंत्री से मिलने को भी राजी नहीं थे. लेकिन बाद में इम्तियाज के पिता आजाद खान ने राशि ले ली थी

ये दोनो की हत्याएं अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बनी थीं. राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद ने मामला उठाया था.


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