‘एग्जिट पोल सटीक नहीं, 1999 के बाद से ही साबित हो रहे गलत’
न्यूज चैनलों पर सबसे तेज और सटीक एग्जिट पोल की होड़ के बीच उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इन आंकड़ों को अवास्तविक करार दिया है. उप राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘एक्जिट पोल वास्तविक परिणाम नहीं होते. हमें यह समझना चाहिए. 1999 से अधिकतर एग्जिट पोल गलत हुए हैं.’’
मौजूदा आम चुनाव का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि हर पार्टी अपनी जीत के बारे में आश्वस्त है.
उन्होंने कहा, ‘‘(मतगणना के दिन) 23 तारीख तक सभी पार्टी की जीत का दावा करते हैं. इसका कोई आधार नहीं होता. इसलिए हमें 23 तारीख का तक इंतजार करना चाहिए.’’
नायडू ने कहा, ‘‘चाहे कोई भी पार्टी हो देश और राज्य को एक कुशल नेता और स्थिर सरकार की जरूरत होती है.’’ उपराष्ट्रपति ने कहा कि समाज में बदलाव राजनीतिक दलों में बदलाव के साथ होना चाहिए.
उनके मुताबिक अगर लोकतंत्र का मजबूत करना है तो पार्टी, उम्मीदवार, मतदाताओं को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी.
वो कहते हैं कि मौजूदा राजनीतिक विमर्श में शिष्टाचार बिलकुल भी नहीं रह गया है. “राजनीतिक भाषणों का स्तर नीचे गया है, जो निजी हमले करने तक सीमित रह गए हैं. नेता इस बात को भूल रहे हैं कि राजनीति में कोई किसी का दुस्मन नहीं होता है, वो केवल एक-दूसरे के प्रतिद्वंदी होते हैं.”
चुने गए प्रतिनिधियों के व्यावहार पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, “आप देखिए सांसद, विधायक पार्टी से अलग किस तरह व्यवहार कर रहे हैं. फिर पंचायत और नगर निकाय के स्तर पर प्रतिनिधि भी इन्हीं लोगों से सीखते हैं.”