अरुण जेटली इलाज के लिए अमेरिका गए


central government refuses to share information on black money

 

वित्त मंत्री अरुण जेटली गुर्दा संबंधी अपनी बीमारी की जांच के लिए अचानक अमेरिका चले गए हैं. वह 13 जनवरी की रात को ही अमेरिका रवाना हो गए थे.

जेटली ‘नियमित जांच के लिए’ अमेरिका गए हैं. हालांकि, उनके वापस आने के समय की जानकारी नहीं दी गई है.

पिछले साल 14 मई 2018 को 66 वर्षीय जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. उसके बाद उनकी यह पहली विदेश यात्रा है. पिछले नौ महीनों में उन्होंने कोई विदेश यात्रा नहीं की है.

पिछले साल अप्रैल में उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था जहां वह डायलसिस पर थे. बाद में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था.

पिछले साल अप्रैल में उन्हें 10वें भारत-ब्रिटेन आर्थिक एवं वित्त संवाद के लिए लंदन जाना था. लेकिन किडनी की बीमारी के चलते उन्हें यह यात्रा रद्द करनी पड़ी थी.

तब जेटली की गैर मौजूदगी में अलग से वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी रेलमंत्री पीयूष गोयल को सौंपी गई थी. जेटली 23 अगस्त 2018 को वापस वित्त मंत्रालय संभाला था.

जेटली को एक फरवरी को अपना छठा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार का आखिरी बजट पेश करना है.

हालांकि इस बार का बजट अंतरिम बजट होगा. लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार जुलाई में पूर्ण बजट पेश करेगी,

पिछले हफ्ते ही लोकसभा चुनाव को देखते हुए उन्हें भाजपा की चुनावी प्रचार रणनीति प्रमुख की जिम्मेदारी दी गई है.

जेटली 2000 से राज्यसभा के सांसद हैं. पिछले साल मार्च में उन्हें उत्तर प्रदेश से फिर से राज्यसभा का सांसद चुना गया है.

किडनी ट्रांसप्लांट से पहले 2014 में वजन बढ़ने की समस्या को लेकर भी जेटली की एक सर्जरी हो चुकी है.

अरुण जेटली 15 जनवरी को राष्ट्रीय व्यावहारिक अर्थशास्त्र अनुसंधान परिषद (एनसीएईआर) की तरफ से होने वाले सातवें सीडी देशमुख स्मृति व्याख्यान में प्रमुख वक्ता के तौर पर भी शामिल थे.


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