सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक अस्थाना के खिलाफ जांच कर रहे अधिकारी वीआरएस लेंगे


charge sheet will be filed within a month in dabholkar murder case says cbi

 

सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले की जांच कर रहे एजेंसी के अधिकारी सतीश डागर ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है.

दिल्ली हाईकोर्ट ने 31 मई को सीबीआई को अस्थाना मामले की जांच पूरी करने के लिए चार महीने का वक्त दिया था.

सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सीबीआई में अधीक्षक पद पर तैनात सतीश डागर ने निजी कारणों से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन दिया है.’’

केंद्रीय एजेंसी ने पिछले साल 15 अक्टूबर को एक आरोपी को राहत देने के बदले घूस लेने के आरोप में अस्थाना के खिलाफ मामला दर्ज किया था.हालांकि, अस्थाना ने इन आरोपों से इनकार किया है.

सूत्रों ने बताया कि माना जा रहा है कि डागर ने पिछले महीने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन  दिया. वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे अपने फैसले पर फिर से विचार करने को कहा लेकिन उन्होंने इससे अब तक इनकार किया है.

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक 19 अगस्त को भेजे गए पत्र में सतीश डागर ने केन्द्रीय सिविल सेवा पेंशन रुल्स 1972 के रूल 48 के तहत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन दिया. इसके तहत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति से पहले कम-से-कम तीन महीनों के लिए नोटिस पीरियड को पूरा करना होता है.

डागर ने इससे पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ दर्ज मामलों की भी जांच की थी.


Big News