पूर्व केन्द्रीय मंत्री शकील अहमद और विधायक भावना झा कांग्रेस से निलंबित
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद को कांग्रेस पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. वह बिहार के मधुबनी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से महागठबंधन की ओर से विकासशील इंसाफ पार्टी(वीआईपी) के बद्रीनाथ पूर्वे चुनावी मैदान में हैं.
महागठबंधन की ओर से साझा उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर वह चुनावी मैदान में उतरे हैं. यहां से वह दो बार सांसद रह चुके हैं.
इसके साथ ही बेनीपट्टी से कांग्रेस विधायक भावना झा को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने की वजह से निलंबित किया गया है.
मधुबनी सीट पर पिछली बार बीजेपी को जीत मिली थी. यहां से बीजेपी ने सांसद हुकुम देव नारायण यादव के पुत्र अशोक यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है.
शकील अहमद को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने समर्थन दिया है. सीपीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “बीजेपी और उसके सहयोगियों को हराने” और “देश में एक सरकार जो एक धर्मनिरपेक्ष, प्रगतिशील और लोकतांत्रिक विकल्प प्रदान कर सकती है” के गठन की अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए उनकी पार्टी मधुबनी में निर्दलीय प्रत्याशी शकील अहमद, सीतामढी में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार रघुनाथ कुमार और मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया उम्मीदवार मोहम्मद इदरीस का समर्थन करती है.
शकील अहमद को सीपीआई के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी से मदद मिलने की संभावना है.