जीडीपी वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रहने का अनुमान: एसबीआई
विश्लेषकों ने चालू वित्त वर्ष के दौरान आर्थिक वृद्धि दर पांच प्रतिशत रहने के सरकार अग्रिम अनुमान को आशावादी बताया है. उनका कहना है कि आर्थिक वृद्धि दर का आंकड़ा सरकार के अनुमान से कम यानी 4.6 प्रतिशत तक रह सकता है.
सरकार ने सात जनवरी को स्वीकार किया था कि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी की वृद्धि दर 11 साल के निचले स्तर पांच प्रतिशत तक रह सकती है. इसके एक दिन बाद एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने इस अनुमान को उम्मीद से ज्यादा बताया.
एसबीआई के अर्थशास्त्रियों ने कहा कि वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रह सकती है जो सरकार के अनुमान से काफी कम है. वहीं चालू बाजार मूल्य पर अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रह सकती है जो इसका 42 साल का निचला स्तर होगा.
एसबीआई के नोट में कहा गया है कि हम चालू वित्त वर्ष के लिए अपने वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 4.6 प्रतिशत कर रहे हैं.
जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमूरा ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 4.7 प्रतिशत रहेगी और अगले वित्त वर्ष में बढ़कर 5.7 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी. घरेलू ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज ने भी चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 4.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है.
हालांकि, निजी क्षेत्र के येस बैंक ने कहा है कि हम चालू वित्त वर्ष में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि दर के अपने अनुमान पर कायम है.