राहुल गांधी ने बजट को ‘आखिरी जुमला’ बताया


Rahul Gandhi wrote an open letter after resigning as Congress President

 

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए वित्त वर्ष 2019-20 के अंतरिम बजट को जुमला कहा है.

राहुल ने  ट्वीट किया “5 साल की अक्षमता और अहंकार ने किसानों की जिंदगी बर्बाद कर दी है. उन्हें प्रतिदिन 17 रुपये देना अपमान है. ”

बजट 2019 में दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसान परिवारों को 6,000 रुपये प्रति वर्ष सहायता उपलब्ध कराने की बात कही गई है. यह राशि 2,000-2,000 की तीन किस्तों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिए सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी.

राहुल गांधी ने इस अंतरिम बजट को ‘आखिरी जुमला बजट’ करार दिया है.

सरकार के इस घोषणा पर माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, “बजट में किसानों को प्रति माह पांच सौ रुपये देने की घोषणा से पता चलता है कि गांव और किसानों से खुद सरकार किस हद तक नावाकिफ है.”

बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए येचुरी ने कहा,”अगर किसी किसान परिवार में पांच सदस्य हैं तो इस घोषणा के तहत प्रत्येक सदस्य को तीन रुपये प्रतिदिन मिलेगा. यह इस बात का सबूत है कि मोदी सरकार ग्रामीण संकट से कितनी दूर है.”

येचुरी ने किसान और गांव की समस्याओं के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सरकार की गलत नीतियों ने ‘अन्नदाता’ को तबाह कर दिया है. इतना ही नहीं सरकार ने किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य और उनके वाजिब बकाया राशि का भी भुगतान करने से इंकार कर दिया है.

उन्होंने रक्षा क्षेत्र के बजट में कटौती पर भी सरकार की आलोचना की. ट्वीट करके कहा “भारत के इतिहास में रक्षा क्षेत्र के लिए यह अब तक का सबसे कम बजट आवंटन है. महंगाई दर और विदेशी विनिमय दर के लिहाज से सशस्त्र बलों को मौजूदा पायदान पर ही बरकरार रखना मुमकिन नहीं है.”

बजट में सरकार के वादों के पूरे होने की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए येचुरी ने कहा “मोदी सरकार साल 2014 में दस करोड़ रोजगार देने, सौ स्मार्ट शहर बनाने, किसानों की आय दोगुना करने और प्रत्येक व्यक्ति के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने के वादे के साथ सत्ता में आई थी. यह बजट आम चुनाव से पहले लोगों को बेवकूफ बनाने का एक और प्रयास है, लेकिन यह कोशिश कामयाब नहीं होगी.”

ये हैं अंतरिम बजट की खास घोषणाएं


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