राहुल गांधी को कश्मीर आने का निमंत्रण नेकनीयत से नहीं दिया गया: चिदंबरम
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि उनके द्वारा राहुल गांधी को जम्मू-कश्मीर आने का निमंत्रण नेकनीयत से नहीं दिया गया था, यह बस प्रचार फैलाने के लिए दिया गया था.
चिदंबरम ने आगे कहा कि यह कहना कि राहुल गांधी ने शर्तें रखीं, पूरी तरह से गलत है. राहुल ने घाटी में जवानों सहित सबसे मिलने के लिए आजादी देने की बात कही थी. यह किस प्रकार से शर्तें रखना हो गया?
उन्होंने कहा कि क्या एक आगंतुक विभिन्न लोगों से मिलने के लिए आजादी की मांग नहीं कर सकता और क्या जवानों की सलामती के बारे में तहकीकात नहीं कर सकता?
असल में राहुल गांधी ने कश्मीर से हिंसा की खबरें आने की बात कही थी. उनके इस बयान पर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि वे राहुल को घाटी में आने का निमंत्रण देते हैं.
इसके बाद राहुल ने गवर्नर के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा था कि गवर्नर उनके और विपक्षी नेताओं के एक समूह को घाटी में लोगों, नेताओं और जवानों से मिलने की आजादी सुनिश्चित करें.
इसपर गवर्नर ने राहुल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल लाने की बात कर घाटी में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.