दूसरी तिमाही में विकास दर घटकर छह सालों के न्यूनतम स्तर पर


nsso survey raise fresh questions on GDP calculation

 

सरकारी आंकड़े के अनुसार चालू वित्त वर्ष जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 7 प्रतिशत थी.

वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 5 फीसदी थी जो अब 0.5 फीसदी गिरकर सिर्फ 4.5 फीसदी रह गई है.

पिछले छह सालों का यह सबसे न्यूनतम विकास दर है.

आकड़े जारी होने से पहले शेयर बाजार शुक्रवार को रिकॉर्ड ऊंचाई से नीचे आ गया. बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 336 अंक लुढ़क कर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी रिकॉर्ड ऊंचाई से नीचे आ गया.

जीडीपी आंकड़े को लेकर निवेशकों के सतर्क रुख के साथ वैश्विक बाजारों के कमजोर प्रदर्शन से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई.

एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग (चीन), तोक्यो (जापान), कोस्पी और सियोल (दक्षिण कोरिया) नुकसान में रहे. हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन को अमेरिकी कानून के जरिए समर्थन देने से अमेरिका और चीन के बीच जल्दी व्यापार समझौता होने की उम्मीद को झटका लगा है.

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी दर्ज की गई.


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