‘होम डेकोर’ क्षेत्र में सुधार करने में असफल रहा जीएसटी


gst till now does not have any impact on home decor business

  ANI

2017 में जीएसटी लागू होने के बाद माना जा रहा था कि घरेलू साजो सामान या होम डेकोर बनाने वाली कंपनियों को खासा फायदा हो सकता है. अनुमान था कि जीएसटी लागू होने के बाद प्लाईवुड, लैमिनेट और सिरेमिक निर्माता संगठित क्षेत्र की ओर बढ़ेंगे, हालांकि अब तक इस क्षेत्र में ये बदलाव होता हुआ नहीं दिख रहा है.

जेएम फाइनेंशियल सिक्योरिटी लिमिटेड ने 11 जून को जारी हुई अपनी रिपोर्ट में कहा,”जीएसटी ई-वे बिल का प्रभाव असंगठित क्षेत्र में कम ही देखने को मिला हैं. इस दौरान इनवॉइस में बढ़ोतरी हुई है. लेकिन कंपनियों का मार्केट शेयर असंगठित क्षेत्र से संगठित क्षेत्र की ओर खिसकता हुआ नहीं दिख रहा है.”

एक अनुमान के मुताबिक 50-75 फीसदी मार्केट शेयर असंगठित क्षेत्र की कंपनियों का है. करों में कमी और बेहतर अनुपालन के बाद माना जा रहा था कि संगठित क्षेत्र की कंपनियों के मार्केट शेयर में बढ़ोत्तरी होगी.

एडलवाइज सिक्योरिटीज लिमिटेड के विश्लेषकों ने बताया कि फिलहाल असंगठित और संगठित क्षेत्र के बीच का अंतर कम होता हुआ नहीं दिखा रहा है. 7 जून को जारी हुई रिपोर्ट में उन्होंने बताया,”नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के फैसले के मद्देनजर संगठित क्षेत्र में टाइल कंपनियों के उद्योग में गति देखी गई है. हालांकि प्लाईवुड, मध्यम सघनता वाला फायरबोर्ड, लैमिनेट्स और प्लास्टिक पाइप्स का बाजार सुस्त रहा.”

सोमानी सिरामिक्स लिमिटेड के मैनिजिंग डायरेक्टर अभिषेक सोमानी ने बताया,”जब तक इनवॉइस का मिलान किए जाने की प्रक्रिया नहीं शुरू होगी तब तक ई-वे बिल को पूरी तरह लागू नहीं किया जा सकता. जहां तक हमें जानकारी है ये जून या जुलाई में शुरू होगा. जब तक पूरी प्रक्रिया नहीं फॉलो होती तब तक ई-वे बिल का कोई इस्तेमाल नहीं और फिलहाल तो जरूरत और मांग के मुताबिक झूठे ई-वे बिल भी बन जाते है.”

जानकार उम्मीद कर रहे हैं कि चुनाव खत्म हो गए हैं तो ऐसे में असंगठित क्षेत्र में कंपनियों पर निगरानी बढ़ेगी. हालांकि रियल एस्टेट की घटती मांग, उप्तादन लागत में बढ़ोतरी और गैर-विनियमित निर्माताओं से मिल रही प्रतिस्पर्धा के चलते इस क्षेत्र में कंपनियों को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.

वहीं इस क्षेत्र में स्टॉक मार्केट का प्रदर्शन मिला जुला रहा है. इस साल सोमानी सिरामिक्स लिमिटेड, कजारिया टाइल्स लिमिटेड और ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने बेंचमार्क निफ्टी 500 इंडेक्स को पार किया तो वहीं ग्रीनलेम इंडस्ट्रीज लिमिटेड और सेंचुरी प्लाई बोर्ड (इंडिया) लिमिटेड ब्राड-बेस्ड इंडेक्स में पीछे रह गए.

एक जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद से इन कंपनियों के रिटर्न्स पर नजर डाले तो कंपनियों के स्टॉक निफ्टी 500 इंडेक्स को पार करने में असफल रहे हैं.


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