घरेलू उड़ानों में लगातार गिरावट के बाद भारत चौथे स्थान पर फिसला
भारतीय अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार के बीच घरेलू उड़ानों में कमी आई है. इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) की ओर से जारी सूची में बताया गया है कि घरेलू उड़ानों का बाजार रूस, अमेरिका और जापान में तेजी से बढ़ रहा है. जबकि कुछ समय पहले तक इस क्षेत्र में आगे बढ़ रहा भारत अब पिछड़कर चौथे स्थान पर पहुंच गया है.
घरेलू उड़ानों के बाजार में यह सुस्ती स्पाइज जेट के बोइंग 737 मैक्स की उड़ानें रद्द होने और किरायों में हुई बढ़ोत्तरी के बाद जेट एयरवेज के उड़ानों में हुई कमी के कारण आई है.
एसोसिएशन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि “मार्च में वैश्विक स्तर पर घरेलू उड़ानों की मांग में 4.1 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया, हालांकि ये उछाल फरवरी की तुलना में कम रहा. भारत और चीन में विकास गतिविधियों के चलते फरवरी में घरेलू उड़ानों के बाजार में 6.2 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई थी. वहीं, भारत में घरेलू उड़ानों की मांग में मार्च में काफी कमी आई. यह इस साल जनवरी में 9.1 फीसदी से घटकर 5.6 फीसदी हो गया. जो आगे फरवरी में 8.3 फीसदी से घटकर मार्च में 3.1 फीसदी रह गई. ये पिछले पांच साल में घरेलू उड़ानों में 20 फीसदी तक प्रति माह की तेज मांग के ठीक विपरीत रही.”
साथ ही कहा गया है कि “इसका सबसे बड़ा कारण जेट प्लेन की उड़ानों में आई कमी है जिसने अप्रैल में अपनी सेवाएं बंद कर दी. इसके अलावा सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक मुंबई एयरपोर्ट पर जारी निर्माण कार्य भी इसके पीछे बड़ी वजह रहा.”
आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते एक-दो सालों के दौरान भारतीय घरेलू उड़ानों की मांग लगातार घटी है. जहां 52 महीनों से भारतीय मांग में 10 फीसदी से अधिक की बढ़ोत्तरी देखी जा रही थी, वहां ये लगातार घटकर इस साल मार्च में 3 फीसदी तक रह गई.
सरकार प्रमुख तौर पर स्पाइस जेट के जरिए एक बार फिर मांग में तेजी लाने की कोशिश कर रही है. जेट कंपनी और कर्मचारियों पर जारी संकट के बीच स्पाइज जेट ने जेट के B 737 के साथ उड़ाने शुरू कर दी है. जेट के एयरप्लेन और एयरपोर्ट स्लॉट स्पाइस जेट ले रहा है. वहीं बाकी एयरलाइन्स अपनी बढ़ती जरूरतों के मुताबिक जेट क्रू मेंबर को नौकरी दे रही हैं.
विस्तारा और टाटा जेवी एयरएशिया इंडिया भी इसी क्रम में सभी जरूरी अनुमति मिलने के बाद जेट प्लेन को अपने अंतर्गत लेकर उड़ानें जल्द शुरू कर सकते हैं.
वहीं एयर इंडिया और एआई एक्सप्रेस भी जेट के B737 और B777 लेकर उड़ाने शुरू करना चाहते हैं. लेकिन एयर इंडिया की बिगड़ती आर्थित हालत के कारण ये अभी संभव होता नहीं दिख रहा. A320, B777s और B787s के साथ एयर इंडिया के 20 एयरप्लेन फिलहाल उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, पैसों की कमी के चलते इनमें नए इंजन नहीं लगाए जा सके हैं.