जीडीपी वृद्धि दर पिछली पांच तिमाहियों में सबसे कम


nsso survey raise fresh questions on GDP calculation

 

देश का सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्ट्रबर- दिसंबर) में धीमी पड़कर 6.6 फीसदी रही. यह आंकड़ा पिछली पांच तिमाहियों में सबसे कम है.

केंद्रीय सांख्यिकीय संगठन ने कहा कि 2018-19 में विकास अनुमान को घटाकर 7 फीसदी कर दिया गया है, जबकि पहले 7.2 फीसदी का अनुमान लगाया गया था.

वित्त वर्ष 2017-18 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.7 फीसदी रही थी.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ‘‘2018-19 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में वर्ष 2011-12 की स्थिर कीमतों के आधार पर देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 35 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. वित्त वर्ष 2017-18 की इसी तिमाही में यह 32.85 लाख करोड़ रुपये थी. इस प्रकार तीसरी तिमाही के दौरान आर्थिक वृद्धि घटकर 6.6 फीसदी रह गई है.’’

केंद्रीय सांख्यिकी संगठन के बयान के मुताबिक स्थिर मूल्य पर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर 8 फीसदी और दूसरी तिमाही में 7 फीसदी रही.


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