म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भारत ने पुलवामा आतंकी हमले का मुद्दा उठाया
भारत ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के दौरान अमेरिका, जर्मनी और रूस सहित कई देशों के साथ हुई द्विपक्षीय बैठकों में पुलवामा आतंकवादी हमले का मुद्दा उठाया है. जर्मनी के म्यूनिख में तीन दिन तक चले सम्मेलन में कई देशों के साथ भारत की द्विपक्षीय बैठक हुई है.
14 फरवरी को आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि 55वें म्युनिख सुरक्षा सम्मेलन में भारत के उप सुरक्षा सलाहकार (डिप्टी एनएसए) पंकज सरन ने हिस्सा लिया. सम्मेलन में 600 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और इसमें अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद सहित सुरक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई.
सम्मेलन में वैश्विक नेता और पूरे विश्व के सुरक्षा विशेषज्ञ हिस्सा लेते हैं.
सरन ने सम्मेलन से इतर कई देशों के प्रतिनिधियों के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिन्होंने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए हमले की स्पष्ट रूप से निंदा की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताई.
अधिकारियों के अनुसार द्विपक्षीय बैठक अमेरिका, जर्मनी, रूस, नाटो, अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान, बांग्लादेश, मंगोलिया, अर्मेनिया और ओमान के प्रतिनिधियों के साथ हुई.
उन्होंने बताया कि भारतीय सरजमीं पर पाकिस्तान से चलाई जाने वाली आतंकवादी गतिविधियों को लेकर भारत की चिंताओं का बैठकों में व्यापक समर्थन मिला.