भारतीय कंपनियों से भेदभाव करने वाले देशों के साथ ‘जैसे को तैसा’ वाला व्यवहार होगा: गोयल
केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय कंपनियों के साथ अनुंबध के मामले में भेदभाव करने वाले किसी भी देश को सार्वजनिक खरीद ठेकों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
गोयल ने आयात – निर्यात (एक्जिम) बैंक की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि ‘मुक्त एवं समान पहुंच ‘ की नीति इस सरकार ने दो साल पहले अपनाई है .
उन्होंने कहा , ‘जब हमने क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया तो उसका एक मुख्य कारण यह भी था कि दूसरे देशों में हमारी कंपनियों को उन क्षेत्रों में बराबर और उचित अवसर नहीं मिलते हैं , जिनमें वे मजबूत स्थिति में हैं. ‘
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सुना कि चीन अपने सरकारी ठेकों को किसी और के लिए खोला हो.
उन्होंने कहा , ‘कई आसियान देश यहां तक कि जापान और कोरिया भी इस तरह की शर्तें रखते हैं कि कई भारतीय कंपनियों को निविदाओं में भाग लेने की अनुमति नहीं मिले. ‘
गोयल ने कहा , ‘आज हमारी नीति यह है कि यदि हमारी कंपनियों को किसी दूसरे देश में अवसर या कारोबार करने की अनुमति नहीं मिलती है तो मैं आश्वासन दे सकता हूं कि हम उन्हें यहां भाग लेने की अनुमति नहीं देंगे. ‘