रेलवे परिसर में दो अक्टूबर से नहीं दिखेंगी प्लास्टिक की बोतलें
भारतीय रेलवे ने दो अक्टूबर, 2019 से रेलवे परिसर में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से बैन लगाने का फैसला किया है.
रेलवे बोर्ड ने पहले फेज में 360 मुख्य स्टेशनों पर प्लास्टिक बोतलों को खत्म करने वाली 1,853 मशीनों की शीघ्र स्थापना की बात की है.
रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी से कहा कि अपने नियम और शर्तों के अनुसार आप सप्लाई की हुई प्लास्टिक की बोतलों को वापस कर दीजिए.
जोनल जनरल मैनेजर और उत्पादन इकाईयों को बताया गया कि रेलवे स्टेशन पर समान बेचने वाले सभी विक्रेताओं को प्रोत्साहित किया जाए कि वो प्लास्टिक कैरी बैग इस्तेमाल न करें.
इसके अलावा रेलवे कर्मचारियों को प्लास्टिक के कम से कम इस्तेमाल, दोबारा इस्तेमाल और न इस्तेमाल करने की सलाह दी गई. इनकी जगह पर कम कीमत में मिलने वाले रि-यूजेबल बैग को इस्तेमाल करने के लिए कहा गया.
रेलवे बोर्ड के संचार विभाग ने कहा कि भारतीय रेलवे की वेस्ट जेनरेटर (कूड़ा पैदा करने वाला) के तौर पर पहचान की जा रही है. इसके लिए उसे प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन के नियमों का पालन करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे. साथ ही प्लास्टिक वेस्ट का कम से कम उत्पादन और इसका अनुकूल निपटारा करना होगा.
नियम के हिसाब से सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल 50 माइक्रॉन्स से कम नहीं होना चाहिए. हालांकि यह उन जगहों पर लागू नहीं होगा जहां इसकी मोटाई से उत्पाद की क्षमता पर असर पड़ता हो.