ईवीएम का वीवीपीएटी मशीनों से मिलान होना चाहिए: पी. चिदंबरम


yes bank crisis is a part of financial mismanagement under govt watch

 

देश में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ ईवीएम की सुरक्षा को लेकर शुरु हुई बहस अब चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली तक पहुंच गई है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने वीवीपीएटी मशीन का ईवीएम की गणना के साथ मिलान को लेकर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को सभी ईवीएम मशीनों की गणना को वीवीपीएटी के साथ मिलान करना चाहिए.

चिदंबरम ने एक ट्वीट कर सवाल किया, “ईवीएम की गिनती का वीवीपीएटी के साथ मिलान किया जा सकता है, चुनाव आयोग एक पोलिंग बूथ के लिए ऐसा कर रहा है, तो सबके लिए क्यों नहीं कर सकता.” उन्होंने कहा चुनाव आयोग के पास ऐसा ना करने की कोई पुख्ता वजह नहीं है.

इससे पहले चिदंबरम ने आयोग द्वारा चुनावों में पैसे का प्रयोग ना रोक पाने को लेकर भी आलोचना की थी. इसके साथ ही उन्होंने तेलंगाना में बड़े पैमाने पर वोटर लिस्ट से नाम गायब होने की बात को भी एक बड़ी असफलता बताया था. चिदंबरम ने कहा था कि इन सब घटनाओं के बीच चुनाव आयोग अपनी शाख कैसे बचा सकता है.

कुछ दिन पहले चुनाव आयोग पूर्व आयुक्त ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि चुनावों में पैसे का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है.

इससे पहले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद ईवीएम की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठ रहे थे. मध्य प्रदेश में कई दफा ईवीएम की सुरक्षा में सेंध लगने की बातें चर्चा में आ चुकी हैं. विपक्ष ईवीएम की सुरक्षा के लिए चुनाव आयोग से मिलकर अपनी चिंता जाहिर करता रहा है.


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