मध्य प्रदेश सचिवालय में फिर से गाया जाएगा ‘वंदे मातरम्’
मध्य प्रदेश सरकार ने वल्लभ भवन में ‘वंदे मातरम्’ गाने की परंपरा को नए तरीके से बहाल करने की बात कही है. मध्य प्रदेश के सचिवालय को वल्लभ भवन के नाम से जाना जाता है.
यहां पिछले करीब 13 सालों से महीने के पहले दिन राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् गाने की परंपरा चली आ रही थी. लेकिन नई कांग्रेस सरकार ने बीती एक जनवरी से इसे खत्म कर दिया था. अब सरकार ने इसे फिर से नए तरीके से शुरू करने की बात कही है.
इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने नई सरकार के इस कदम की आलोचना की थी. नई बीजेपी सरकार की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रगीत गायन में अब सरकारी कर्मचारियों के अलावा पुलिस बैंड, आम जनता और मंत्री भी शामिल होंगे.
मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘राज्य शासन ने नए स्वरूप में भोपाल में वंदे-मातरम् गायन की व्यवस्था की है. नई व्यवस्था में शौर्य स्मारक से प्रात: 10.45 बजे कार्यक्रम प्रारंभ होगा और पुलिस बैण्ड राष्ट्रीय भावना जाग्रत करने वाले गीतों की धुन बजाते हुए वल्लभ भवन पहुंचेगा. आम जनता भी पुलिस बैण्ड के साथ चल सकेगी.’’
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘पुलिस बैण्ड और आम जनता के वल्लभ भवन पहुंचने पर राष्ट्रीय गान ‘ जन-गण-मन’ और राष्ट्रीय-गीत ‘वन्दे-मातरम्’ गाया जायेगा.’’ नए नियम के मुताबिक ये कार्यक्रम हर महीने के पहले कार्य-दिवस पर होगा.
इससे पहले राज्य में यह परंपरा बीजेपी सरकार ने शुरू की थी जो कि बीते 13 सालों से चली आ रही थी. पहले के नियम के मुताबिक वंदे मातरम् गायन कार्यक्रम में सिर्फ सरकारी आधिकारी और कर्मचारी भाग लेते थे.