मलेशिया: नदी में रासायनिक कूड़ा फेंकने से 300 से अधिक बीमार, स्कूल बंद
मलेशिया की एक नदी में रासायनिक कचरा फेंके जाने के बाद सैकड़ों लोग बीमार पड़ गए हैं. इनमें 300 लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है. स्थिति बिगड़ने के बाद इलाके के 34 स्कूलों को बंद कर दिया गया है. शिक्षा मंत्री ने 13 मार्च को इसकी जानकारी देते हुए आगाह किया है कि स्थिति और बिगड़ सकती है.
बताया जा रहा है कि पिछले हफ्ते एक लॉरी ने दक्षिणी जोहोर राज्य में रासायनिक कचरा फेंका जिससे जहरीला धुआं काफी दूर तक पहुंच गया. प्रभावित लोगों में उल्टी, मिचली जैसे लक्षण नजर आने लगे.
आधिकारिक समाचार एजेंसी बर्नामा के मुताबिक धुएं में सांस लेने वाले करीब 300 लोगों का उपचार किया जा रहा है और सैकड़ों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं.
खबरों में कहा गया कि यह साफ नहीं हो पाया है कि पासिर गुदांग औद्योगिक कस्बे के पास किस तरह की जहरीली गैस निकली थी. शिक्षा मंत्री मासज्ली मलिक ने कहा कि उन्होंने कई इलाकों का दौरा किया और देखा कि सैकड़ों छात्रों को एंबुलेंस से आपात केंद्र लाया जा रहा था.
यह देखकर उन्होंने 34 स्कूलों को तत्काल बंद करने का फैसला किया. मलिक ने एक बयान में कहा, “दुर्भाग्य से स्थिति और नाजुक हो गई है.”
वहीं पर्यावरण मंत्री ने बताया कि कूड़ा फेंकने में शामिल एक संदिग्ध व्यक्ति पर अदालत में आरोप तय किए जाएंगे. अगर वह पर्यावरण संरक्षण कानून तोड़ने का दोषी पाया जाता है तो उसे पांच साल तक की कैद हो सकती है.
जानकार बताते हैं कि रासायनिक कूड़े को अलग से प्रबंधन किया जाना चाहिए और इन्हें सामान्य कूड़े से रखना चाहिए.