विपक्ष की विशाल रैली बीजेपी के लिए ताबूत की कील: ममता बनर्जी
लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की तरफ से 19 जनवरी को कोलकाता में विपक्षी पार्टीयों की विशाल रैली हो रही है. बताया जा रहा इसमें विपक्ष के कई प्रमुख नेता भाग लेंगे. हालांकि माकपा की अगुवाई में वामदलों ने इसमें हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है.
यह रैली ममता बनर्जी, बीजेपी विरोधी मोर्चे के लिए समर्थन जुटाने के लिए कर रही हैं. इसके लिए देशभर के विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि विपक्ष की विशाल रैली लोकसभा चुनावों में बीजेपी के लिए ‘‘ताबूत की कील’’ साबित होगी. और चुनावों में क्षेत्रीय दल निर्णायक की भूमिका में होंगे. तृणमूल ने एक ट्वीट में यह भी दावा किया था कि ‘रैलियों की रैली’ केंद्र से बीजेपी सरकार के लिए विदाई की आहट होगी. और यह हमारे महान राष्ट्र की बेहतरी के लिए, बदलाव का मार्ग प्रशस्त करने के लिए होगी.’’
बनर्जी ने दावा किया कि आम चुनावों में बीजेपी को 125 से अधिक सीटें नहीं मिलेंगी. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों को बीजेपी से कहीं अधिक सीटें मिलेंगी.
कांग्रेस की ओर से इस रैली में मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे.
लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले इस जमावड़े में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी शामिल नहीं हो रही हैं.
ऐसी खबर भी आ रही है कि मायावती को अभी फैसला करना है कि रैली में भाग लेंगी या नहीं. वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस बात की पुष्टि की है कि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचंद्र मिश्रा विपक्ष की रैली में हिस्सा लेंगे. रैली में जद (यू) के पूर्व नेता शरद यादव भी भाग लेंगे.
तृणमूल नेता ने कहा कि बसपा के आने की पुष्टि के साथ ही अब यह जाहिर हो गया है कि सभी बड़े विपक्षी दल- कांग्रेस, राकांपा, नेशनल कांफ्रेंस, सपा, आप, द्रमुक, जनता दल(एस) और टीडीपी इस रैली में भाग लेंगे.
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के रैली से एक दिन पहले 18 जनवरी को कोलकाता पहुंचने की संभावना है. वह विपक्ष की रैली में मौजूद रहेंगे. भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने बताया कि वामदल ममता की रैली का बहिष्कार कर रहे हैं. और तीन फरवरी को कोलकाता में मौजूद रहेंगे जहां एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित होगा.
बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा भी इसमें हिस्सा लेने वाले है. उन्होनें कहा कि, उन्हें अपनी पार्टी में ‘‘सम्मान’’ नहीं मिला और तृणमूल कोलकाता में होने वाली रैली में हिस्सा लेंगे.
सिन्हा ने बताया कि वह ‘‘राष्ट्र मंच’’ के प्रतिनिधि के तौर पर रैली में हिस्सा लेंगे. इस राजनीतिक समूह की शुरुआत बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने की थी जिसका समर्थन शत्रुघ्न सिन्हा भी करते हैं.
आम चुनाव से पहले ताकत दिखाने के लिए ममता बनर्जी यह रैली आयोजित कर रही हैं. इसमें उनके लाखों समर्थकों के जुटने की संभावना है.