जब अधिकारी दोषी नहीं, तो अकेले मंत्री कैसे दोषी हो गए: मनमोहन सिंह


manmohan and sonia gandhi meet chidambaram in tihar jail

 

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तिहाड़ जेल जाकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात की.

आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार चिदंबरम पिछले कई दिनों से तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में हैं. इससे पहले 18 सितंबर को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद ने जेल में चिदंबरम से मुलाकात की थी.

सोनिया और मनमोहन सोमवार सुबह करीब नौ बजे तिहाड़ पहुंचे जहां उन्होंने चिदंबरम से मुलाकात की.

माना जा रहा है कि वे दोनों चिदंबरम से उनकी खैरियत पूछने के साथ ही उनके प्रति एकजुटता प्रकट करने के इरादे से गए थे.

मनमोहन सिंह ने मुलाकात के बाद प्रेस में बयान जारी कर कहा है कि हम अपने सहयोगी पी चिदंबरम की हिरासत जारी रहने को लेकर चिंतित है.

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की व्यवस्था ऐसी है कि कोई भी फैसला कोई अकेला आदमी नहीं ले सकता है. सभी फैसले सामूहिक तौर पर लिए जाते हैं और फाइल में रिकॉर्ड के तौर पर रहते हैं. एक दर्जन अधिकारियों जिसमें छह सचिव थे, उन सभी ने परख कर प्रस्ताव पर हामी भरी थी. पी चिदंबरम ने मंत्री के तौर पर इन सिफारिशों पर मुहर लगाई थी. जब अधिकारी इस मामले में दोषी नहीं हैं तो फिर अकेले मंत्री जिन्होंने प्रस्तावों पर सिर्फ मुहर लगाई थी, वो कैसे दोषी हो गए.

आईएनएक्स मीडिया मामले में पी चिंदबरम को पिछले दिनों अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान चिदंबरम की न्यायिक हिरासत को 3 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है. इस वजह से अब उन्हें 14 दिन और तिहाड़ जेल में रहना पड़ेगा. उनकी जमानत याचिका पर 23 सितंबर को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. चिदंबरम 5 सितंबर से तिहाड़ जेल में हैं.


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