पर्यावरण बचाने के लिए पोलैंड में ‘मार्च फॉर क्लाइमेट’ का आयोजन
पूरी दुनिया में बढ़ती पर्यावरण चिंताओं के बीच पोलैंड में दुनिया भर के नेता इस संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा करने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं. इस बीच दक्षिणी पोलैंड़ में शनिवार को ‘मार्च फॉर क्लाइमेट’ का आयोजन किया गया. इसमें हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग एकत्र हुए. इनका मकसकद जलवायु वार्ता में हिस्सा ले रहे वार्ताकारों को महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रोत्साहित करना था.
उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को जलवायु परिवर्तन संबंधी पेरिस समझौते पर एक बार फिर हमला बोला. उन्होंने फ्रांस की राजधानी पेरिस में हो रहे प्रदर्शनों का हवाला देते हुए अपने फैसले को सही ठहराया. डोनाल्ड ट्रंप अति महत्वकांक्षी पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को बाहर निकाल चुके हैं.
बीते 17 नवंबर से पेरिस में ‘येलो वेस्ट’ प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ सड़क जाम कर रहे हैं. यह प्रदर्शन अब फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के खिलाफ बड़े जनांदोलन का रूप ले चुका है.
ट्रंप ने पोलैंड में हो रही संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता के बीच यह ट्वीट किया.
जलवायु वार्ता में करीब 200 देशों के प्रतिनिधि इकट्ठा हुए हैं. यह नेता 2015 के पेरिस जलवायु समझौते में किए गए वादों पर अमल के लिए एक वैश्विक नियमावली बनाने के लिए एकत्र हुए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने ट्विट में कहा, ‘‘यह समझौता पेरिस के लिए बहुत अच्छा साबित नहीं हो रहा. पूरे फ्रांस में प्रदर्शन और दंगे हो रहे हैं.’’
ट्रंप ने कार्बन उत्सर्जन को रोकने में आने वाले खर्च का ठीकरा एक बार फिर से तीसरी दुनिया के देशों पर फोड़ा. ट्रंप ने आरोप लगाया कि विकसित देश खर्च वहन नहीं करना चाहते.
इस मार्च में लोगों ने धरती बचाने के लिए नारे लगाए. उन्होंने ‘‘जाग जाओ, यही हमारे घरों को बचाने का समय है’’ जैसे नारे लगाए. उन्होंने ‘हमारे भोजन, जमीन और पानी के अधिकार की रक्षा’’ जैसे नारों वाले बैनर पकड़ रखे थे. वहां पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे.