सरकारी दावों के उलट, पैलेट के घावों के बाद अस्पताल में भर्ती युवक की मौत
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के एक दिन बाद 6 अगस्त को शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में एक युवक को पैलेट गन से लगे गहरे घावों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
युवक का नाम इसरारा अहमद था. वो श्रीनगर का रहने वाला था और कक्षा 11वीं में पढ़ता था. अहमद को 6 अगस्त की शाम 6.46 मिनट पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
सरकार की ओर से कहा गया है कि पत्थर से लगे गहरे घावों के चलते युवक का मौत हो गई. जबकि अस्पताल के रिकॉर्ड्स अलग ही कहानी बयान कर रहे हैं. अहमद की रिपोर्ट्स से पता चलता है कि उसे पैलेट गन और टियर-स्मोक सेल से आंख और सर में कई घाव लगे थे. रिकॉर्ड्स में अहमद को डाक्टरों द्वारा जांच के बाद सर्जिकल इमरजेंसी की बात कही गई है.
एक्स-रे रिपोर्ट से पता चलता है कि सर और आंख में कई पैलेट पाए गए. अहमद की फाइनल रिपोर्ट में कहा गया है कि मौत का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है.
ऐसे में अस्पताल की रिपोर्ट और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुनीर खान के दावों में कई विरोधाभास सामने आते हैं. उन्होंने दावा किया है कि 5 अगस्त के बाद सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक भी नागरिक की मौत नहीं हुई है.