मालदीव पहुंचे मोदी, छह समझौतों पर हस्ताक्षर


Modi arrives in Maldives under 'neighbor first' policy

 

नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा पर  मालदीव पहुंचे हैं. उनकी यह यात्रा भारत की ‘पड़ोसी पहले’ की नीति के तहत की गई है. यात्रा के दरम्यान छह समझौते पर दोनों देशों के नेताओं ने हस्ताक्षर किए हैं.

पहला सहमति पत्र (एमओयू) जल विज्ञान संबंधी मामलों के क्षेत्र में सहयोग के लिए, दूसरा करार स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया गया है.

अन्य समझौते समुद्री मार्ग के जरिए यात्री और मालवाहक सेवाएं स्थापित करने, भारत के केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड तथा मालदीव सीमा शुल्क सेवा के बीच सहयोग पर किए गए हैं.

राष्ट्रीय सुशासन केंद्र, प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग तथा मालदीव के प्रशासनिक अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण को लेकर मालदीव प्रशासनिक सेवा आयोग के कार्यक्रम के बीच भी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए.

भारतीय नौसेना और मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल के बीच भी सूचना साझा करने पर एक तकनीकी समझौता हुआ है.

दोनों नेताओं ने एक तटीय निगरानी रडार प्रणाली और मालदीव रक्षा बलों के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया.

उन्होंने कहा कि भारत मालदीव के दक्षिणी हिस्से में एक मस्जिद के निर्माण पर राजी हो गया है, जहां एक शहरी विकास केंद्र बनाया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि दोनों देश कोच्चि और मालदीव के बीच नौका सेवा शुरू करने पर भी सहमत हो गए हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि मालदीव में रुपे कार्ड शुरू करने से इस द्वीपीय देश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि समुद्री और रक्षा संबंध शीर्ष प्राथमिकता है और रडार प्रणाली समुद्री सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेगी।

राष्ट्रपति सोलेह ने मालदीव की सरकार को वित्तीय सहायता देने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद किया.

मालदीव के सतत सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए मार्च 2019 में 80 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा पर हस्ताक्षर होने का दोनों नेताओं ने स्वागत किया. उन्होंने बंदरगाह के विकास, स्वास्थ्य, कृषि, मत्स्य, पर्यटन और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में अन्य परियोजनाओं पर काम करने का भी निर्णय किया.

दोनों नेता जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक प्रतिक्रिया को मजबूत करने पर सहमत हुए और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने के महत्व को उजागर किया.।

उन्होंने हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने और क्षेत्र में समन्वित गश्ती और हवाई निगरानी, सूचनाओं के आदान-प्रदान और क्षमता निर्माण के माध्यम से समुद्री सुरक्षा बढ़ाने की महत्ता पर सहमति जताई.

मोदी और सोलेह ने दोनों देशों के बीच संपर्क सुधारने पर जोर दिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोच्चि (भारत) और कुलहुधुफुशी तथा माले के बीच नियमित यात्री सह मालवाहक नौका की शुरुआत करने के लिए तेजी से काम करने को कहा.

दोनों नेता युवा और खेल के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए, खासकर क्रिकेट में.

इससे पहले नरेन्द्र मोदी का माले हवाईअड्डे पर विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने स्वागत किया.

इस यात्रा का मकसद हिंद महासागर द्वीपसमूह के साथ संबंधों को और मजबूत करना है.

प्रधानमंत्री मोदी को मालदीव द्वारा अपने सर्वोच्च सम्मान ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ से सम्मानित किया जाएगा.

विदेश मंत्री शाहिद ने मोदी की यात्रा के मद्देनजर ट्विटर पर कहा कि ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ मालदीव का सर्वोच्च सम्मान है जिसे विदेशी हस्तियों को दिया जाता है.

प्रधानमंत्री ने सात जून को कहा था कि मालदीव की उनकी यात्रा भारत द्वारा अपनी ‘पड़ोसी पहले’ नीति को दी जा रही महत्ता को दर्शाती है.

मोदी ने कहा कि भारत, मालदीव को अहम साझेदार मानता है जिसके साथ उसके गहरे ऐतिहासिक और संस्कृतिक संबंध हैं.

मोदी राष्ट्रपति इब्राहिम सालेह के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए नवंबर में मालदीव आए थे.


ताज़ा ख़बरें