ब्रेग्जिट डील: समय सीमा बढ़ाने वाला प्रस्ताव निचले सदन में पारित


theresa may annonces to resign

 

ब्रेग्जिट पर ईयू से समय सीमा बढ़ाने की मांग करने वाला प्रस्ताव ब्रिटिश संसद में पास हो गया है. प्रधानमंत्री टेरिजा मे का ये प्रस्ताव सिर्फ एक वोट से पास हुआ.

हाउस ऑफ कॉमंस में इस मामले में प्रस्ताव रखने से पहले टेरिजा मे ने विपक्षी नेता जेरेमी कॉर्बिन से मुलाकात की थी.

सरकार की ओर से इस बातचीत को सकारात्मक बताया गया, लेकिन कॉर्बिन ने इसको लेकर असंतोष जताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को जितना खुलकर बात करनी चाहिए थी, उन्होंने उतनी नहीं की.

इस प्रस्ताव के कॉमंस से पास होने के बाद अब हाउस ऑफ लॉर्डस से भी पास कराना पड़ेगा. हालांकि कि इसके बाद भी समय सीमा बढ़ती है या नहीं ये ईयू पर निर्भर करेगा.

संसद के निचले सदन में मतदान के दौरान सरकार के प्रस्ताव के समर्थन में 313 वोट पड़े जबकि विरोध में 312 वोट डाले गए.

ब्रिटेन में यूरोपीय यूनियन से अलग होने के लिए किसी समझौते के प्रारूप पर काफी समय से चर्चा हो रही है. लेकिन संसद किसी नतीजे पर अब तक नहीं पहुंची है.

इससे पहले टेरिजा मे की सरकार संसद में तीन बार ब्रेग्जिट प्रस्ताव लेकर आ चुकी है, लेकिन ब्रिटिश सांसदों ने तीनों बार मे के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. जबकि तीसरी बार मे ने प्रस्ताव पास हो जाने पर इस्तीफा देने की बात कही थी.

इसके बावजूद सरकार का तीसरा प्रस्ताव संसद में 58 मतों से गिर गया. उधर विपक्षी नेता जेरेमी कॉर्बिन लगातार टेरिजा मे पर इस्तीफा देने का दबाव बनाते रहे हैं. तीसरी बार मे का प्रस्ताव गिरने के बाद उन्होंने एक बार फिर से नए सिरे से चुनाव की वकालत की थी.

अगर ब्रिटेन किसी प्रस्ताव पर सहमत नहीं होता है तो उसे बिना किसी समझौते के 12 अप्रैल को ईयू छोड़ना होगा.


ताज़ा ख़बरें