नेसो, आसू ने की CAA निरस्त करने की मांग


neso aasu demands caa nrc to roll back

 

नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (नेसो) और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) ने संशोधन कानून (सीएए) को रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि वे ‘अवैध बांग्लादेशियों’ को क्षेत्र में आने और स्थानीय लोगों पर अधिकार जमाने की इजाजत नहीं दे सकते.

नेसो और आसू के सलाहकार समुज्जल कुमार भट्टाचार्य ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल पर नए कानून का समर्थन कर राज्य की जनता के हितों के साथ छल करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, ”सीएए सांप्रदायिक, असंवैधानिक है और संविधान का उल्लंघन करता है. जब तक नए कानून को निरस्त नहीं किया जाता हम उसके खिलाफ अहिंसक आंदोलन जारी रखेंगे.”

भट्टाचार्य ने कहा कि सीएए अवैध प्रवासियों को नागरिकता देने की नरेंद्र मोदी सरकार की चाल है.

उन्होंने कहा, ”हम अवैध बांग्लादेशियों को क्षेत्र में आने और स्थानीय लोगों पर अधिकार जमाने की इजाजत नहीं दे सकते.”

भट्टाचार्य ने दावा किया कि सोनोवाल क्षेत्र के लोगों के विरोधी बन गए हैं और अवैध बांग्लादेशियों को बचा रहे हैं.

नेसो अध्यक्ष सैमुअल बी जिरवा और महासचिव सिनाम प्रकाश सिंह ने कहा कि नया कानून पूर्वोत्तर को केवल अवैध घुसपैठ का अतिरिक्त भार देगा जो पहले ही 1947 से 1971 तक अवैध प्रवासियों का बोझ उठा चुका है.


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