इटली में नई सरकार का गठन तय, गियुसेप्पे कोंटे होंगे फिर से प्रधानमंत्री


new government Takes Shape in Italy giuseppe conte to again assume the post of prime minister

 

इटली में परस्पर विरोधी दलों के गठबंधन वाली नई सरकार का गठन लगभग तय है. अपने पद से इस्तीफा देने वाले प्रधानमंत्री गियुसेप्पे कोंटे एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.

इसी के साथ एक साल तक सत्ता में बने रहे धुर-दक्षिणपंथी माटियो साल्विनी सत्ता में वापसी करने में विफल रहे हैं.

बीते दिनों राष्ट्रवादी-जनवादी गठबंधन के टूटने के बाद अब फाइव स्टार मूवमेंट के कोंटे और केंद्र वामपंथी लोकतांत्रिक पार्टी के नेताओं ने साथ आने का एलान किया है.

दोनों पार्टियां ने अपने आपसी मतभेदों को भुलाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री गियुसेप्पे कोंटे को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाने का एलान किया.

कोंटे आज राष्ट्रपति सर्जिओ मात्तरेला से मिलेंगे, “जहां उन्हें आधिकारिक रूप से देश की सत्ता सौंपी जा सकती है.”

हालांकि जानकारों का मानना है कि इटली में बनने जा रही नई सरकार अधिक स्थिर नहीं होने वाली और पुरानी सरकार की ही तरह इसमें में टकराव की परिस्थितियां देखने को मिल सकती हैं.

जनवादी विचारों से प्रेरित फाइव स्टार मूवमेंट ने देश में बढ़ते ऋण और शून्य विकास रफ्तार, विदेशी निवेश के लिए अस्थिर राजनीति माहौल और देश के योग्य युवाओं की आकांक्षाओं पर खरा नहीं उतरने जैसे विषयों के इर्द गिर्द माहौल बनाने का काम किया.

धुर दक्षिणपंथी, प्रवासी-विरोधी लीग पार्टी के नेता साल्विनी ने फाइव स्टार के साथ अपने गठबंधन पर बढ़ते जन समर्थन को मजबूत करने की मांग की थी. उन्होंने शुरुआती चुनावों का आह्वान किया और जनता से उन्हें पूरी शक्ति देने को कहा.

हालांकि अब साफ कहा जा सकता है कि साल्विनी का ये कदम बेहद गलत था. फाइव स्टार और लोकतांत्रिक पार्टी के साथ आने की संभवना को उन्होंने महत्त्व नहीं दिया.

फाइव स्टार पार्टी के नेता लुइगी डी माइयो ने बुधवार को कहा, “आज हमने राष्ट्रपति को बताया कि हमारी पार्टी ने लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन किया है.”

वहीं माना जा रहा है कि फाइव स्टार के साथ आने के पीछे लोकतांत्रिक पार्टी के अपने लक्ष्य हैं. इनमें सबसे पहले तो ये कि वो साल्विनी को सत्ता में वापसी करने से रोकना चाहते हैं. इसके अलावा 2023 चुनावों से पहले अपना बहुमत व्यापक बनाना भी पार्टी के लक्ष्यों में शामिल है.

लोकतांत्रिक पार्टी के नेता निकोलो जिंगरेती ने साल्विनी पर निशाना साधते हुए कहा, “हम नफरत, द्वेष और डर के माहौल का अंत करना चाहते हैं.”


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