2021 में जाति आधारित जनगणना कराई जाए: नीतीश कुमार


Nitish Kumar stressed need for caste-based census in 2021

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2021 की जनगणना जाति के आधार पर कराने का अनुरोध किया है. उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजने की बात कही है.

उन्होंने कहा, “2021 में जनगणना जाति आधार पर होनी चाहिए. जाति आधारित जनगणना के मुताबिक आरक्षण की मौजूदा 50 फीसदी की सीमा से बढ़ाना चाहिए .”

नीतीश ने आरक्षण की नई व्यवस्था को लेकर कहा कि इसके लागू होने से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को बहुत बड़ा नुकसान होगा.

इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री ने आरक्षण को लेकर पहले के प्रावधान को बनाए रखने की हिमायत की है. और कहा कि इस मामले में सदन में चर्चा कर सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजा जाए.

बिहार विधानमंडल के संयुक्त सत्र में राज्यपाल लालजी टंडन के अभिभाषण पर चर्चा के बाद अपने संबोधन में नीतीश ने कहा कि वह शुरू से ही जाति आधारित जनगणना कराए जाने के पक्षधर रहे हैं. और इसकी मांग वह 1990 में ही कर चुके हैं.

नीतीश ने कहा कि 2011 की जनगणना के समय सामाजिक—आर्थिक जातीय सर्वेक्षण कराया गया था, लेकिन वह ठीक से नहीं हो सका था.

बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि दोनों विषयों पर सदन के इस सत्र के दौरान चर्चा कराई जाएगी.

जाति आधारित जनगणना देश की आजादी के पहले 1931 में अंतिम बार हुई थी.


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