कर्नाटक : प्रसाद खाने से 11 की मौत, 93 की हालत नाजुक


Uttar Pradesh: Army retired Captain's assassination in Amethi

 

कर्नाटक के चामराजनगर जिले में प्रसाद खाने के बाद अबतक मरने वालों की संख्या 11 पहुंच गई है. पुलिस के मुताबिक 13 दिसंबर की सुबह मरम्मा मंदिर की आधारशिला रखे जाने के मौके पर प्रसाद बांटा गया था. प्रसाद खाने के तुरंत बाद छह लोगों की मौत हो गई थी जबकि 75 लोग बीमार हो गए थे.

जबकि द हिन्दू ने प्रभावितों की संख्या 104 बताया है.  इनमें 11 की मौत के बाद 93  मरीजों का इलाज निजी और सरकारी अस्पतालों में चल रहा है.

बीबीसी हिन्दी के मुताबिक प्रसाद इतना जहरीला था कि इसे खाने के बाद कौवे और दूसरे पक्षी भी आसपास मरे पाए गए.

मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. सरकार की ओर से मृतकों के परिवार को पांच-पांच लाख का मुआवजा देने की घोषणा की गई है. वहीं कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश गुण्डू राव ने मरनेवालों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए देने की बात कही है.

अंग्रेजी अखबार द हिन्दू  के मुताबिक मरने वालों में कृष्णा नायक, अनिल, प्रीथम, शंथाराजू(42), गोपीयम्म(40), अन्नईप्पा(80), अनिथा(12), डोडामरैआ(84), पपन्ना(50), रचैया(65), साथीवेलू(28) शामिल हैं. सभी मृतक सुलावाडी गांव के आसपास के रहने वाले हैं. जहां यह हादसा हुआ है.

अखबार ने चामराजनगर जिला स्वास्थ्य अधिकारी केएच प्रसाद के हवाले से कहा है कि 11 लोगों की अबतक मौत हो गई है जबकि प्रसाद खाने वाले 29 लोगों की स्थिति अब भी नाजुक बनी हुई है.  गंभीर रूप से बीमार चार लोगों को सरकारी केआर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बाकी मरीजों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में चल रहा है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंदिर प्रबंधन के दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.

जिला स्वास्थ्य अधिकारी प्रसाद ने कहा कि इस बात का संदेह है कि प्रसाद के साथ जहर मिल गया हो, जिसकी वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ.

उन्होंने पत्रकारों को बताया, “हमने प्रसाद के नमूने इकट्ठे कर जांच के लिये प्रयोगशाला भेज दिये हैं.’’

पुलिस ने कहा कि प्रसाद खाने के बाद लोगों को उल्टी होने के साथ पेट में दर्द होने लगा.

घटना के बाद आनन-फानन में लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद पुलिस और जिले के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे. इलाज के दौरान पांच लोगों ने दम तोड़ दिया.

हादसे पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने अधिकारियों को पीड़ितों के इलाज के लिये सभी इंतजाम करने को कहा है।

कुछ पीड़ितों का कहना है कि प्रसाद में मिट्टी के तेल की गंध आ रही थी जिसे उन्होंने नजरअंदाज कर दिया.

सरकार की ओर से कहा गया है कि मामले की जांच चल रही है और दोषियों तक जरूर पहुंचेंगे.


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