पुरी में प्रशासन से नाराज चक्रवात प्रभावित लोग, नहीं पहुंच रहा खाना-पानी
ओडिशा में पुरी और आस-पास के तटीय इलाकों में चक्रवात फोनी के चार दिन बाद भी लोग खाना और पानी ना मिले जैसी समस्याओं से दो-चार हो रहे हैं.
द हिंदू की खबर के मुताबिक मंगवार को प्रभावित इलाकों में लोग सरकार की ओर से पर्याप्त राहत साम्रगी नहीं मिलने के कारण सड़कों पर आ गए. हालांकि ओडिशा सरकार का कहना है कि वो राहत शिवरों और झुग्गियों के साथ रिहायशी इलाकों के आस-पास कैंप्स आदि लगाकर लोगों को पका हुआ खाना मुहैया करा रही है.
खबर के मुताबिक, कल पुरी में बिनोवा नगर बस्ती के हजारों लोगों ने प्रशासन की ओर से नहीं मिल रही मदद के खिलाफ प्रदर्शन किए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दी, जिसकी वजह से अलग-अलग इलाकों में राहत साम्रगी पहुंचने में देर हो गई.
पुलिस के लाठी चार्ज के बाद ही लोगों को रास्ते से हटाया जा सका.
इस पर लोगों ने लाचारी जाहिर करते हुए कहा कि “हम क्या कर सकते हैं. जिला प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद हमारी मदद के लिए कोई नहीं आ रहा है.”
वहीं प्रशासन के सुस्त रवैए के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए जगन्नाथ बस्ती की करीब 30 महिलाएं कल डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के ऑफिस के बाहर पहुंच गईं. उन्होंने बताया, “हमारी बस्ती कलेक्टर से ऑफिस से बस चार किमी दूर है, इसके बावजूद अब तक हमारे यहां सामान नहीं पहुंचा है. बाताइए पांच लोगों के परिवार में 260 ग्राम चावल और 100 ग्राम गुड से क्या होगा.”
वहीं लोग सरकार की ओर से 50 किलो चावल और 2000 रुपये मुहैया कराए जाने के फैसले से भी नाखुश हैं. उनका कहना है कि सरकार ये सुविधा केवल राशन कार्ड धारकों को दे रही है. इस पर जग्गनाथ बस्ती में रहने वाले हेमंत चंद्र ने पूछा क्या जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, वो फोनी च्रकवात से प्रभावित नहीं हैं.
चक्रवात के बाद करीब एक हफ्ते तक मजदूरों का कामकाज ठप्प रहा. इसकी वजह से उनके पास पैसे खत्म हो गए हैं. मजदूरों का कहना है कि अगर सरकार एक हफ्ते तक उनके परिवार को खाना मुहैया कराए तो काफी मदद मिलेगी और वो घर से बाहर जाकर कुछ कामकाज ढूंढ पाएंगें.
चक्रवात प्रभावित इलाकों में प्रशासन की नाकामियों के बीच ओडिशा में मदद के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं.