खतरों का सामना करने वाले पत्रकारों की सूची जारी होगी
एसोसिएटिड प्रेस, फाइनेंशियल टाइम्स और रॉयटर्स जैसे वैश्विक समाचार संस्थानों का समूह अभिव्यक्ति की आजादी की नई पहल के तहत दुनिया भर के उन पत्रकारों की सूची जारी करेगा जो अपने काम को लेकर बहुत खतरे का सामना करते हैं. ‘वन फ्री प्रेस कॉलिशन’ नाम के इस समूह से दुनिया भर के एक दर्जन से अधिक समाचार संस्थान जुड़े हैं.
‘वन फ्री प्रेस कॉलिशन’ समूह के सदस्य हर महीने ऐसे पत्रकारों की ’10 सबसे जरूरी’ की सूची जारी करेंगे जिन्हें जेल में डाला गया. या जिन्हें उनके काम को लेकर धमकी दी गई. उन पर हमला किया गया.
समूह ने कहा कि उसका मिशन सच के लिए काम करने वाले पत्रकारों के लिए खड़े होना है. अपने सदस्यों के समर्थन के लिए लामबंद होना है.
इस प्रयास के तहत पत्रकारों की पहली सूची में वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार दिवंगत जमाल खशोगी का भी नाम है. अक्टूबर 2018 में जमाल खशोगी की हत्या इस्तांबुल में सऊदी अरब के दूतावास में कर दी गयी थी.
इसमें समाचार वेबसाइट रैपलर की संस्थापक मारिया रेसा का भी नाम है. मारिया रेसा को सरकार की नीतियों के विरोध की वजह से फिलीपीन में गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा. और उन्हें इसके लिए कानूनी धमकियां भी मिलीं.