बालाकोट हमले का रहस्य उजागर करने के चक्कर में मजाक के पात्र बने मोदी
वैसे बीजेपी के नेता अक्सर अतार्किक बातें करके अपना मजाक बनवाते रहे हैं. लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रडार प्रणाली पर अपनी अनोखी जानकारी से सबको चकित कर दिया है. एक इंटरव्यू के दौरान बालाकोट हमले के बारे में बात करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने हमले के लिए जान-बूझकर खराब मौसम चुना. उनका कहना था कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि पाकिस्तानी रडार भारतीय वायुयानों को देख ना सकें.
असल में राडार तकनीक जिस सिद्धांत पर काम करती है उसमें बादलों, खराब मौसम और बरसात होने से कोई फर्क नहीं पड़ता. मोदी की ये टिप्पणी उस दिन आई जब देश राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मना रहा था. 1998 में इसी दिन भारत ने पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण किया था.
नरेंद्र मोदी की ये टिप्पणी सोशल मीडिया पर छाई रही, इसको राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का मजाक बनाने के तौर पर लिया गया.
प्रधानमंत्री का ये इंटरव्यू एक टीवी चैनल ‘न्यूज नेशन’ पर प्रसारित हुआ. इस दौरान मोदी को कहते हुए सुना और देखा गया, “लगभग रात नौ-साढ़े नौ बजे मैंने कार्रवाई की तैयारी को देखा. इसे बाद मैंने इसे रात 12 बजे फिर से देखा. अचानक खराब हुआ मौसम हमारे लिए समस्या था. अगर आपको याद हो तो इस दौरान काफी बारिश हो रही थी.”
इस दौरान उन्होंने हंसते हुए कहा, मैं हैरान हूं कि ये बड़े जानकार जो मुझे गाली दे रहे हैं, उन्होंने इस बात पर ध्यान ही नहीं दिया. लगभग 12 बजे कुछ समय के लिए हमने कार्रवाई को टालने के बारे में सोचा. अभी काफी बादल हैं, क्या हम ऐसे में कार्रवाई कर सकते हैं. इस दौरान सबसे बड़ा प्रश्न था कि क्या हम तारीख बदल दें.”
उन्होंने कहा, “मेरे दिमाग में दो बातें चल रही थीं. एक तो गोपनीयता, दूसरी मैं ऐसा इंसान नहीं हूं जो ये विज्ञान समझता हो, लेकिन मैंने सोचा कि अभी बादल हैं और बरसात हो रही है, इसलिए रडार से बचा जा सकता है. मैं सीधे तौर पर देख रहा था कि बादल हमें फायदा भी पहुंचा सकते हैं. इस दौरान सब उलझन में थे. तब मैंने आखिरकार कह दिया, ये ठीक है, अभी बादल हैं, कार्रवाई करो. फिर चल पड़े.”
मोदी की इन टिप्पणियों को बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने शेयर भी किया, लेकिन बाद में इसे हटा लिया गया. लोगों ने इनके स्क्रीन शॉट लेकर वायरल कर दिया और जमकर मखौल उड़ा.
रडार तकनीक के मुताबिक खराब मौसम का राडार की क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. रडार माइक्रोवेव रिमोट सेसिंग तकनीकि पर काम करता है. जिस पर मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
इस बारे में इनसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका में साफ लिखा है, रडार इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एनर्जी के सिद्धांत पर काम करते हैं. ये आब्जेक्ट की ओर वेब्स को भेजते हैं फिर उधर लौटकर आई ईको के आधार पर आब्जेक्ट की दिशा और स्थिति की पहचान करते हैं. मौसम का इनके काम करने के तरीके पर कोई प्रभाव नहीं होता है.
सोशल मीडिया के अलावा विपक्ष ने भी मोदी की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है. सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने इसे शर्मनाक बताया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने एयर फोर्स का मजाक बनाया है. उन्होंने कहा कि ये कोई देशभक्ति का काम नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है. मोदी की इस तरह की बयानबाजी से देश को बड़ा नुकसान होता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के इंसान को देश का प्रधानमंत्री नहीं होना चाहिए.
कांग्रेस ने इसे गंभीर मामला बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता सलमान सोज ने कहा, “इससे लगता है कि मोदी को किसी ने ये नहीं बताया कि राडार कैसे काम करता है, अगर ऐसा है तो ये एक गंभीर मामला है ना कि हंसने का विषय.”