प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को भारत रत्न
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तीन बड़ी हस्तियों को भारत रत्न देने का एलान किया है. जिसमें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अलावा नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका का नाम भी शामिल है. गायक भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है.
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में उस समय रहे भारत के राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के कार्यकाल में की गई थी.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी साल 2012 और 2017 के बीच भारत के 13वें राष्ट्रपति थे. राष्ट्रपति बनने से पहले प्रणब कांग्रेस कार्यकाल में केंद्रीय वित्त मंत्री भी रह चुके हैं.
संघ से जुड़े नानाजी देशमुख पूर्व में भारतीय जनसंघ से जुड़े थे. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया था. वाजपेयी के कार्यकाल में ही भारत सरकार ने उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य व ग्रामीण स्वालम्बन के क्षेत्र में पद्म विभूषण भी प्रदान किया था.
भूपेन हजारिका अपने गायन के लिए मशहूर हैं वह पूर्वोत्तर राज्य असम से ताल्लुक रखते थे. अपनी मूल भाषा असमिया के अलावा उन्होंने हिंदी, बंगाली समेत कई अन्य भारतीय भाषाओं में ना गाते रहे थे. उन्होंने फिल्म ‘गांधी टू हिटलर’ में महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन “वैष्णव जन” गाया था.