USFDA मान्यता प्राप्त किट से निजी लैब कर सकते हैं कोविड-19 टेस्ट


corona virus case increased to six in India

 

सरकार ने फैसला किया है कि यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएस एफडीए) से मान्यता प्राप्त कोविड-19 टेस्टिंग किट के साथ निजी लैबोरेटरी संभावित मामलों की जांच कर सकती हैं. सरकार के इस फैसले से कोरोना वायरस के संभावित मामलों की ज्यादा और तेजी से जांच करने में मदद मिलेगी. सरकार जल्द ही इस तरह के टेस्ट की कीमत भी निर्धारित करेगी.

देश में अब तक 111 सरकारी लैब ही कोविड-19 टेस्ट कर रही थीं. ऐसे में सूची बद्ध निजी लैब में भी टेस्टिंग शुरू होने से अधिक-से-अधिक जांच करने में मदद मिलेगी. इससे पहले तक आलोचना हो रही थी कि कोरोना से निपटने के लिए ज्यादा से ज्यादा नमूनों की जांच करने में सरकार विफल रही है.

साथ ही सरकार ने नमूनों की जांच का दायारा भी बढ़या है. आईसीयू से रैंडम सैंपल समेत देश भर में अस्पताल में भर्ती निमोनिया के सभी मरीजों के नमूनों की जांच की जा रही है.

इससे पहले तक विदेश यात्रा से लौटे और उनके सीधे संपर्क में आए लोगों की कोविड-19 टेस्टिंग की जा रही थी.

आईसीएमआर ने इस बीच बयान जारी कर कहा कि अब तक देश में क्म्युनिटी स्प्रेड नहीं हुआ है. संस्था ने कहा कि इसके संकेत मिलते हैं तो वो टेस्टिंग की प्रक्रिया में बदलाव करेंगे.

सरकार ने राज्यों को मास्क और सेनिटाइजर का प्रोडक्शन और आगे सप्लाई बढ़ाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा डिओड्रंट बनाने वाली कंपनियों से सेनिटाइजर बनाने और अल्कोहल निर्माताओं से कच्चा माल उपलब्ध कराने की मांग की गई है.

सरकार ने सेनिटाइजर और मास्ट के दामों पर नियंत्रण लगाने के उद्देश्य से 200 एमएल सेनिटाइजर की कीमत 100 रुपये और 3-प्लाई वाले मास्क की कीमत 10 रुपये तय की है.


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