साढ़े चार साल में बढ़ी असहिष्णुता सत्ता में बैठे लोगों की देन: राहुल


 

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में भारत में असहिष्णुता और गुस्सा बढ़ा है. यह सत्ता में बैठे लोगों की मानसिकता की उपज है.

कांग्रेस अध्यक्ष संयुक्त अरब अमीरत की यात्रा पर है. यात्रा के दूसरे दिन उन्होंने कहा कि भारत लोगों पर एक विचारधारा नहीं थोपता बल्कि अनेक विचारों को आत्मसात कर सकता है.

उन्होंने आईएमटी दुबई विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत में कहा,‘‘भारत ने विचारों को गढ़ा है और विचारों ने भारत को गढ़ा है. अन्य लोगों को सुनना भी भारत का विचार है.’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत ‘भूख’ जैसी बड़ी समस्या का सामना कर रहा है, ऐसे में देश में खेल को नंबर एक की प्राथमिकता देना कठिन है.

गांधी ने कहा, ‘‘सहिष्णुता हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है. लेकिन हमने पिछले साढ़े चार वर्षों में बहुत सा गुस्सा और समुदायों के बीच खाई देखी है. यह सत्तापक्ष में बैठे लोगों की मानसिकता से उपजा है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम एक ऐसा भारत पसंद नहीं करेंगे जहां पत्रकारों को गोली मार दी जाती है. जहां लोगों की हत्या इसलिए कर दी जाती है क्योंकि उन्होंने अपनी बात रखी. ये कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें हम बदलना चाहते हैं, आने वाले चुनाव में यही चुनौती है.’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास सबसे बड़ा जेनेटिक संसाधन है. और यह अगले 10 से 15 वर्ष में उपचार और चिकित्सा स्वास्थ्य का चेहरा होने वाला है.’’

गांधी ने कहा, ‘‘ब्रेन ड्रेन 20वीं सदी का विचार है. 21वीं सदी में लोग ज्यादा गतिमान हैं और उन्हें जहां अवसर मिलते हैं वे वहां चले जाते हैं. सब को यह समझना चाहिए कि आपका देश अवसर मुहैया कराता है.’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम से मुलाकात की. भारत और यूएई के बीच के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की थी.


Big News