कश्मीर पर भारत का बयान बेहद ‘आक्रामक’: ट्रंप


ready to mediate statement of modi over kashmir is very aggresive says trump

 

अपने आप को ‘‘बहुत अच्छा मध्यस्थ’’ बताते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने 23 सितंबर को कहा कि वे कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान और भारत के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हैं, लेकिन दोनों पक्षों को इस पर सहमत होना होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कश्मीर पर उन्होंने भारत की तरफ से बेहद आक्रामक बयान सुना.

ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बैठक के दौरान ये टिप्पणियां कीं.

उन्होंने कश्मीर मुद्दे को लंबे समय से चल रहा ‘‘जटिल’’ मामला बताते हुए कहा, ‘‘अगर मैं मदद कर सकता हूं तो मैं जरूर मदद करूंगा.’’

उन्होंने ह्यूस्टन में ‘हाउडी, मोदी’ रैली में भाग लेने के एक दिन बाद कहा, ‘‘अगर दोनों (पाकिस्तान और भारत) चाहते हैं तो मैं यह करने के लिए तैयार हूं.’’

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘किसी भी समय मैं एक बहुत अच्छा मध्यस्थ साबित होउंगा. मैं पहले भी अच्छा मध्यस्थ साबित हुआ हूं.’’

ट्रम्प ने आगे कहा कि ‘हाउडी, मोदी’ कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का “बेहद आक्रामक बयान’’ सुना.

ट्रंप ने कहा, “आपके सामने दो बड़े देश हैं और वे लड़ रहे हैं. मैंने कल एक बेहद आक्रामक बयान सुना. मैं वहां मौजूद था. मुझे नहीं पता था कि मैं इस तरह का बयान सुनने जा रहा हूं. लेकिन मैं वहां बैठा हुआ था और मैंने भारत की तरफ से, प्रधानमंत्री की तरफ से, बेहद आक्रामक बयान सुना… और मैं कहूंगा कि लोगों ने इसे पसंद किया. लेकिन ये बहुत आक्रामक बयान था.”

22 सितंबर को रैली में मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ ‘‘निर्णायक लड़ाई’’ का आह्वान करते हुए आतंकवाद का समर्थन करने पर पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के भारत के फैसले से उन लोगों को दिक्कत हुई जो अपने देश को नहीं संभाल सकते.

ट्रंप ने कहा कि भारत ने काफी आक्रामक बयान दिया है और मुझे आशा है कि चीजें जल्दी सुलझ जाएंगी.

वहीं कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति के बारे में पूछे जाने को लेकर ट्रंप ने कहा कि मैं चाहता हूं कि सभी लोगों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए.

पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र बताए जाने पर ट्रंप ने ईरान को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.

वहीं आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की प्रगति को लेकर ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ काफी प्रगति की है और उनके पास एक महान नेता है. आतंकवाद के खिलाफ इसी तरह लड़ाई जारी रहनी चाहिए.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश होने के नाते अमेरिका के पास एक जिम्मेदारी है.

इमरान खान ने कहा कि वे ट्रंप से कहेंगे कि वो मोदी से कश्मीर में कर्फ्यू हटाने के लिए कहें.

खान ने आगे कहा कि अमेरिका दोनों देशों की सहमति पर सहायता करना चाहता है. लेकिन भारत मना कर रहा है. यह एक संकट की शुरुआत है और यह बढ़ सकता है.

ट्रंप और खान ने जुलाई में व्हाइट हाउस में बैठक की थी. दोनों के बीच उस भेंटवार्ता के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कश्मीर मुद्दे के हल के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की इच्छा प्रकट की थी. भारत ने उसे खारिज कर दिया था.

पिछले महीने फ्रांस में जी 7 सम्मेलन के मौके पर मोदी की ट्रंप के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की गुजाइंश से स्पष्ट रूप से इनकार किया था.


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