एफडी पर ब्याज दर में कटौती से चार करोड़ वरिष्ठ नागरिक प्रभावित
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक-दो साल की फिक्सड डिपोजिट (एफडी) की ब्याज दर को सात फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया है.
बैंक ने एक लाख रुपये तक की जमा राशि पर ब्याज दर को भी 0.25 प्रतिशत घटा दिया है. संशोधित जमा ब्याज दर एक नवंबर से प्रभावी होगी. बैंक ने कहा कि प्रणाली में पर्याप्त नकदी को देखते हुए उसने एक लाख रुपये तक की जमा राशि पर ब्याज दर 3.50 प्रतिशत से घटाकर 3.25 प्रतिशत कर दिया है.
जानकारों के मुताबिक वरिष्ठ नागरिक आमतौर पर अपनी जमा पूंजी से मिलने वाले ब्याज पर निर्भर होते हैं. ऐसे में ब्याज दर में कटौती से उनका जीवन स्तर प्रभावित होगा. इसके साथ ही अब वे अधिक जोखिम वाले निवेश में अपनी जमा पूंजी लगाने को मजबूर होंगे.
आमतौर पर विकास को गति देने के लिए आरबीआई रेपो रेट में कटौती करता है जिससे एफडी की ब्याज दर में कमी आती है.
एसबीआई की ओर से हाल में ब्याज दर में की गई कटौती के बाद 50 लाख की एफडी पर हर साल करीब 5,000 रुपये कम ब्याज मिलेगा.
एसबीआई ने जारी बयान में कहा है कि इस कटौती से बाजार में तरलता बढ़ेगी.
एसबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 4.1 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों की एफडी में 14 लाख करोड़ रुपये बैंक में जमा हैं.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के एमडी राजकिरण राय ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को कहा कि महंगाई दर पांच फीसदी से अधिक रही है जिसकी वजह से ब्याज दर आठ फीसदी रही है. लेकिन फिलहाल महंगाई दर चार फीसदी है और जमा राशि पर छह से सात फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. जिसका अर्थ है कि ब्याज दर में बहुत ज्यादा परिवर्तन नहीं हुई है. अर्थव्यवस्था आगे नहीं बढ़ रही है जिसका नुकसान सबको हो रहा है.
वरिष्ठ नागरिकों को सरकार की एससीएसएस योजना के तहत 15 लाख की जमा राशि पर 7.75 फीसदी ब्याज मिलता है लेकिन यह कर के दायरे में आता है.
एसबीआई ने सभी परिपक्वता अवधि के ऋण पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) को 0.10 प्रतिशत कम करने की घोषणा नौ अक्टूबर को की है. संशोधित एमसीएलआर 10 अक्टूबर से लागू होगा.
बैंक ने इस साल एमसीएलआर में यह छठी कटौती की है. यह कटौती रेपो दर से जुड़े ऋण पर प्रभावी नहीं होगी.
इस कटौती के बाद एक साल के ऋण का एलसीएलआर कम होकर 8.05 प्रतिशत पर आ गयी है.
बैंक ने कहा, ‘‘त्योहारी मौसम को देखते हुए सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं को फायदा देने के लिए हमने सभी परिपक्वता अवधि के ऋण पर एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत घटा दिया है.’’