सज्जाद लोन और वहीद पारा को हिरासत से निकालकर नजरबंद किया गया
पीपल्स कान्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन और पीडीपी यूथ विंग के प्रेसिडेंट वहीद पारा को विधायक होस्टल्स से निकालकर उनके अपने घरों में नजरबंद कर दिया गया है. दोनों को पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हिरासत में ले लिया गया था.
सज्जाद लोन और वहीद पारा के साथ बहुत से नेताओं, वकीलों, व्यापारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था. सज्जाद और वहीद को निकाले जाने के बाद विधायक होस्टल में अब 13 नेता बचे हैं.
सज्जाद लोन के पिता, अब्दुल गानी लोन को उग्रवादियों ने 2002 में मार दिया था. सज्जाद लोन ने नवंबर 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और उन्हें अपना बड़ा भाई बताया था. बाद में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन वाली जम्मू-कश्मीर सरकार में वे मंत्री भी बने थे.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला, महबूबी मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला अभी भी हिरासत में बने हुए हैं. फारूक अब्दुल्ला को पीएसए के तहत हिरासत में रखा गया है.