बीते 50 साल में भारतीय तट पर समुद्र स्तर 8.5 सेमी बढ़ा
सरकार ने एक सवाल के जवाब में बताया कि बीते पांच दशकों में भारतीय तट पर समुद्र के जल स्तर में 8.5 सेमी की वृद्धि हुई है.
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया, ‘समझा जाता है कि भारतीय तट पर समुद्र के जल स्तर में हर साल औसतन 1.70 मिमी की वृद्धि होती है. इस प्रकार बीते 50 साल में भारतीय तट पर समुद्र के जल स्तर में 8.5 सेमी की वृद्धि हुई है.’
उन्होंने बताया, ‘उपग्रह तथा अन्य माध्यमों से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि उत्तरी हिंद महासागर में जल स्तर बढ़ा. 2003 से 2013 के दशक के दौरान इस महासागर में जल स्तर में 6.1 मिमी सालाना की वृद्धि हुई है.’
सुप्रियो ने बताया कि समुद्री जल स्तर में वृद्धि से सुनामी, तूफान, तटीय बाढ़ और तट क्षेत्र के क्षरण के दौरान निचले इलाकों के डूब जाने का खतरा बढ़ सकता है.
उन्होंने कहा कि समुद्री जल स्तर में वृद्धि की वजह से जिन तटीय इलाकों के डूबने का खतरा है, उनका आकलन किए जाने की जरूरत है. जमीन के डूबने या उभरने के बारे में कोई दीर्घकालिक आंकड़े उपलब्ध न होने की वजह से, जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्री जल स्तर में वृद्धि की निश्चित दर नहीं बताई जा सकती.
उल्लेखनीय है कि जलवायु परिवर्तन संबंधी संयुक्त राष्ट्र अंतर-सरकारी पैनल की एक रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि अगर कार्बन उत्सर्जन पर रोक नहीं लगाई गई तो 2100 तक वैश्विक समुद्री जल स्तर में इतनी वृद्धि हो जाएगी कि मुंबई और कोलकाता सहित सैकड़ों शहर डूब सकते हैं और कहीं-कहीं तो पूरे के पूरे देश ही जलमग्न हो सकते हैं.