कॉर्पोरेट टैक्स माफ करने के फैसले पर येचुरी ने सरकार को घेरा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घरेलू कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स 25.17 प्रतिशत घटाने के फैसले के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
सीताराम येचुरी ने सरकार के इस फैसले को एक घोटाला और क्रोनी कैपिटलिज्म अर्थात् सांठगांठ के पूंजीवाद का सबसे बद्तर नमूना बताया है.
एक के बाद एक किए ग्ए ट्वीट्स में सीताराम येचुरी ने कहा कि आखिर में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से छीने गए 1.76 लाख करोड़ रुपयों में से 1.45 लाख रुपये सरकार द्वारा कॉर्पोरेटों को दिए जा रहे हैं. यह एक घोटाला है.
आगे उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से मांग में किसी तरह का फायदा नहीं होगा. इससे सरकार के चहेते कॉर्पोरेटों को तो फायदा होगा, लेकिन आम जनता के हाथ में कुछ नहीं आएगा. इस सरकार के कार्यकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में भत्ता कम हुआ है. मनरेगा के तहत मिलने वाला भत्ता अभी भी जस का तस है और नया भत्ता कोड मजदूरों का और अधिक शोषण करना चाहता है.
सीताराम येचुरी ने आगे कहा कि जब मांग बढ़ाने के लिए आम लोगों के हाथों में पैसे दिए जाने की जरूरत थी, तब सरकार ने पैसा कॉर्पोरेटों के हाथ में दे दिया है.
अंत में उन्होंने कहा कि क्या यह घोषणा अमेरिका में होने जा रहे हाउडी मोदी नाम के तमाशे को ध्यान में रखकर की गई है? विदेशी सट्टेबाजों को भारी छूट दी गई है. आजादी के बाद से भारत अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है. हमारे पास संवेदनाहीन सरकार और सर्कस देखने के अलावा और कुछ उपलब्ध नहीं है.