पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन को सोनिया गांधी की मंजूरी
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा उपचुनावों के लिए राज्य में कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन को अपनी मंजूरी दे दी है.
कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने शनिवार को बताया कि लोकसभा चुनाव में राज्य में खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी ने यह फैसला लिया है.
सूत्रों के मुताबिक सोनिया ने शुक्रवार रात को दिल्ली में पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा के साथ बैठक की और राज्य में आगामी विधानसभा उपचुनावों समेत विभिन्न सांगठनिक विषयों पर चर्चा की.
मित्रा ने कहा, “हमने सोनिया जी को राज्य में आगामी उपचुनाव के लिए वाम मोर्चा की सीट बंटवारे पर सहमति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने हमसे कहा कि अगर वाम मोर्चा तैयार है तो दोनों पार्टियों को राज्य में गठजोड़ बनाना चाहिए.”
राज्य में सीट बंटवारे का फैसला कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने लिया क्योंकि राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद उस समय खाली था. इस महीने की शुरूआत में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष चुनी गयीं सोनिया गांधी ने प्रदेश नेतृत्व के फैसले पर मुहर लगा दी.
हाल ही में सीपीएम और कांग्रेस नेताओं के बीच तीन सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर सहमति बनी है. राज्य में कालीगंज, खड़गपुर और करीमपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं.
लोकसभा चुनावों के लिए सीपीएम और कांग्रेस ने साथ आने की कोशिश की थी. हालांकि सीट बंटवारे पर बढ़े विवाद के चलते दोनों पार्टियां साथ नहीं आ पाई थीं.
वहीं इससे पहले 2016 विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियां गठबंधन बनाकर तृणमूल के वोट बैंक को प्रभावित करने में विफल रही थीं.