करतारपुर गलियारा समारोह में सुषमा की जगह दो मंत्री होंगे शामिल
पाकिस्तान ने भारत के अपने दो केंद्रीय मंत्रियों को करतारपुर गलियारे की आधारशिला रखने वाले समारोह में भाग लेने के लिए भेजे जाने के फैसले का ‘सकारात्मक प्रतिक्रिया’ कह कर स्वागत किया है.
रेडियो पाकिस्तान ने बताया है कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप सिंह पुरी को भेजने के भारत के फैसले का स्वागत किया है.
कुरैशी ने 28 नवंबर को करतारपुर में समारोह में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया था.
स्वराज ने उन्हें आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया और पाकिस्तान को पत्र लिख कर यह सूचना बताया कि भारत समारोह में भाग लेने के लिए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप सिंह पुरी को पाकिस्तान भेजेगा. कुरैशी को लिखे पत्र में सुषमा ने कहा कि तेलंगाना में चुनाव प्रचार अभियानों को लेकर अपनी पहले की प्रतिबद्धताओं के चलते वह करतारपुर साहिब नहीं आ सकतीं.
कैप्टन अमरिंदर ने पाकिस्तान के निमंत्रण को ठुकरा दिया है. जबकि सिद्धू ने यह अनुरोध स्वीकार कर लिया है.
ऐसा देखा गया है कि भारत-पाकिस्तान के बीच हाल के वर्षों में द्विपक्षीय वार्ता होनी मुश्किल हो गई है.
वहीं पंजाब सरकार में मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने इस मामले पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि समारोह में राज्य के कई कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों की “अनदेखी” की गयी है. उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार इस समारोह को आयोजित करने में जल्दबाजी कर रही है.
पाकिस्तान तक बनने वाले इस गलियारे की आधारशिला को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू रखेंगे. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारत के सीमावर्ती गुरदासपुर जिले को पाकिस्तान के करतारपुर के ऐतिहासिक गुरुद्वारे दरबार साहिब से जोड़ने के लिये करतारपुर गलियारा बनाए जाने के प्रस्ताव का स्वागत किया है.
उन्होनें, प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन की तरफ से आयोजित ‘‘टूवार्ड्स पीस, हारमोनी एंड हैप्पीनेस : ट्रांजिशन टू ट्रांसफॉर्मेशन’’ सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं को बताया, ‘‘इसमें कई बाधाएं हैं और इन अड़चनों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए. लेकिन कोई भी शुरुआत अच्छी शुरुआत होती है, मुझे उम्मीद है यह सफल होगी.’’