तबरेज अंसारी लिंचिंग: पुलिस ने आरोपियों के ऊपर से हत्या का आरोप हटाया


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झारखंड के सरायकेला खरसांवा जिले में भीड़ की हिंसा के शिकार हुए तबरेज अंसारी की हत्या मामले में 11 आरोपियों के ऊपर हत्या का आरोप हटा लिया गया है. पुलिस ने कहा है कि अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तबरेज की मौत का कारण दिल का दौरा बताया गया है. पुलिस ने ये भी कहा है कि भीड़ की मंशा तबरेज की हत्या करने की नहीं थी.

इस साल जून में झारखंड के सरायकेला जिले में भीड़ ने चोरी का आरोप लगाते हुए तबरेज अंसारी की निर्ममता से पिटाई की थी. बाद में इलाज के दौरान तबरेज की मौत हो गई थी.

तबरेज की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि भीड़ बिजली के खंभे से बांधकर तबरेज की पिटाई कर रही है. इसके साथ ही तबरेज को पीटने वाले उसे ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ का नारा लगाने के लिए मजबूर कर रहे हैं.

सरायकेला खरसांवा के पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमने दो कारणों से इस मामले में आईपीसी की धारा 304 के तहत आरोप पत्र दायर किया है. पहला कि तबरेज अंसारी मौके पर नहीं मरा और दूसरा कि ग्रामीणों का तबरेज को मारने का कोई इरादा नहीं था. अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि अंसारी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. उसके सिर में लगी चोट घातक नहीं थी. दूसरी रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल का दौरा पड़ने और सिर में लगी चोट की वजह से मौत हुई है.”

पुलिस अधीक्षक ने आगे कहा कि वे केवल मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई कर सकते हैं और दोनों रिपोर्ट में एक बात सामने आई है कि तबरेज की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई.

पहली रिपोर्ट में तबरेज अंसारी की मौत के लिए पुलिस और उसकी प्रारंभिक जांच करने वाले डाक्टरों को जिम्मेदार ठहराया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस तबरेज को लेकर देर से अस्पताल में पहुंची और डाक्टरों ने भी उसके सिर की चोट का ढंग से इलाज नहीं किया.


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