सरकार की आलोचना करने पर बर्खास्त हुए अध्यापक
पाकिस्तान से तनावपूर्ण संबंधों के बीच भारत सरकार के प्रति आलोचनात्मक होने और पाक प्रधानमंत्री की तारीफ करने की अध्यापकों को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है.
बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश में प्राथमिक स्कूल शिक्षक को अपनी नौकरी से केवल इसलिए सस्पेंड किया गया, क्योंकि उन्होंने पाक प्रधानमंत्री की तारीफ की.
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के बल्दीराय तहसील क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय इसौली का है. यहां शिक्षक अमरेंद्र कुमार आजाद ने व्हाट्सएप पर बने एक ग्रुप पर विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़े जाने के पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के फैसले की तारीफ की. शिक्षक ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को शांति का मसीहा कहा था.
द टेलीग्राफ के अनुसार, लखनऊ के शिक्षा विभाग अधिकारी ने बताया कि “आजाद ने कोई नियम नहीं तोड़ा है. उन्हें बीजेपी की ओर से लगातार बनाए जा रहे दवाब के बाद सस्पेंड किया गया.”
उन्होंने कहा “किसी दूसरे देश के प्रधानमंत्री की तारीफ करना नियमों का उल्लंघन नहीं है क्योंकि दोनों देश आधिकारिक तौर पर युद्ध नहीं कर रहे थे.” उन्होंने अपनी मजबूरी जताते हुए कहा, “लेकिन अगर हम आजाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते तो मेरी या दूसरे अधिकारी की नौकरी जरूर चली जाती.”
दूसरे अधिकारी ने कहा कि लोगों पर ये कार्रवाई करना बाकी लोगों के लिए सबक है कि वे आगे इस तरह के मामलों में किसी भी तरह की टिप्पणी करने से बचें.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कौस्तुभ कुमार सिंह ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी रामकुमार मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है या नहीं. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट आने में 15 दिन लगेंगे.
आजाद के एक दोस्त ने बताया कि उन्होंने माफी मांग ली है और ये भी स्पष्ट कर दिया है कि वो भारत से बहुत प्यार करते हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि आजाद का ये बयान एक तंज था.
दूसरी तरफ कर्नाटक के विजयपुरा में एक इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर संदीप वाथारा को सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर केंद्र सरकार की आलोचना करना भारी पड़ गया. अपने फेसबुक पर किए गए एक पोस्ट के बाद एबीवीपी छात्रों ने उन्हें घुटने टेककर माफी मांगने पर मजबूर कर दिया.
उन्होंने अपने कंमेट में लिखा था कि “अगर ये परेशानी आगे बढ़ती है तो तुम भक्तों की वजह से लाखों लोगों को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ेगी. ये सब करते हुए बीजेपी में बिलकुल भी शर्म नहीं है.”
वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रोफेसर घुटनों के बल बैठकर ‘सॉरी’ बोल रहे हैं और उनके चारों ओर खड़े प्रोफेसर नारे लगा रहे हैं. भीड़ में कुछ पुलिसकर्मी भी देखे जा सकते हैं, लेकिन वे वहां पर केवल मूकदर्शक बनकर खड़े हैं. विजयपुरा में एक सीनियर पुलिस अधिकारी प्रकाश एन अमृत ने बताया ‘हमें कोई शिकायत नहीं मिली और ना ही अभी तक कोई एफआईआर दर्ज हुई है.’
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर के निलंबन की मांग भी की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रिंसिपल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि मंगलवार को कॉलेज खुलने के बाद प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.