येलो वेस्ट आंदोलन: यहूदी विरोध में नारों के चलते तनाव
फ्रांस में येलो वेस्ट आंदोलन का ये लगातार 14वां हफ्ता है. हफ्ते के आखिरी दिनों में आंदोलन अपने चरम पर होता है. बीते शनिवार को भी ये आंदोलन काफी आक्रामक हो गया था. पुलिस ने आंदोलनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें की.
इस बार कुछ प्रदर्शनकारियों ने यहूदी विरोधी टिप्पणियां भी कीं जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. उन्होंने यहूदी, “तेल अवीव वापस जाओ” और ‘हम फ्रांस हैं’ जैसे नारे लगाए.
फ्रांस के अन्य शहरों में भी प्रदर्शन हुए जिसके कारण तनाव बना हुआ है.
समाचार चैनल बीएफएमटीवी ने बताया कि रावेन, नोर्मेंडी में प्रदर्शनकारियों ने एक कार को घेर लिया. इसके बाद कार ने आगे बढ़ने की कोशिश की जिसमें चार लोगों को मामूली चोटें आई.
तेल की बढ़ी हुई कीमतों से शुरू हुआ ये आंदोलन बाद में काफी आगे निकल गया. अब प्रदर्शनकारी एमैनुएल मैक्रों की नीतियों के विरोध और वैचारिक मतों के विरोध में उतर आए हैं.
फ्रांस में हो रहे ये आंदोलन काफी हिंसक रहे हैं. प्रदर्शनकारियों और पुलिस दोनों तरफ से हिंसा का सहारा लिया जा रहा है. जहां एक ओर प्रदर्शनकारी तोड़फोड़ और आगजनी कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पुलिस नुकसान पहुंचाने वाले हथियारों का इस्तेमाल कर रही है.
फ्रांसीसी मीडिया ने गृह मंत्रालय के हवाले से बताया कि शनिवार को देशभर में करीब 41,500 प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे.
बीते साल 17 नवंबर को शुरू हुआ ये आंदोलन अब सिर्फ पेरिस तक सीमित नहीं रह गया है. अब ये देशव्यापी बन चुका है. फिलहाल येलो वेस्ट प्रदर्शनकारी झुकने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं.
उधर यहूदी विरोधी
टिप्पणियों को लेकर राष्ट्रपति मैक्रोन काफी नाराज नजर आए. एक ट्वीट में उन्होंने
कहा, “यहूदी विरोध में जो कहा गया वो हमारी उस पहचान
के खिलाफ जो हमारे देश को महान बनाती है.”
मैक्रों
समेत पूरी फ्रांसीसी सरकार ने इस तरह के बयानों को सिरे से खारिज किया है और इसे
देश की विचारधारा का विरोधी बताया है.