दक्षिण अफ्रीका: रंगभेद से बर्बाद भारतीय परिवार का सिनेमाघर फिर से होगा शुरू
दक्षिण अफ्रीका में लगभग पांच दशक पहले रंगभेदी कानूनों से बर्बाद हुए भारतीय परिवार के सिनेमा से जुड़े समूह ‘एवालोन ग्रुप’ ने केपटाउन में अपना ऐतिहासिक सिनेमाघर फिर से शुरू करने के योजना बनाई है जो रंगभेद विरोधी संघर्ष का केन्द्र बिंदु बन गया था.
दुनियाभर में मशहूर एवालोन समूह की स्थापना 80 साल पहले एबी मूसा सीनियर ने की थी, जिसके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं. इनमें बॉलीवुड के नाम से मशहूर भारतीय सिनेमा की, दक्षिण अफ्रीका में पहली फिल्म दिखाया जाना शामिल है.
ऐतिहासिक सिनेमा को पुनर्जीवित करने का काम सीईओ एबी मूसा की तीसरी पीढ़ी ने किया. कंपनी का हॉलीवुड से 80 साल पुराना रिश्ता आज भी कायम है, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है.
पूरे देश में सिनेमा की एक चेन खड़ी करने वाले मूसा को विभिन्न नस्लों के लिए बनाए गए क्रूर रंगभेदी कानूनों का सामना करना पड़ा, जिससे वह टूट गए और उनकी मौत हो गई. नतीजा यह हुआ कि कंपनी का डरबन में एक ही सिनेमाघर बाकी रहा.
दक्षिण अफ्रीका में 1994 में नेल्सन मंडेला के नेतृत्व में लोकतंत्र स्थापित होने के बाद मूसा के बेटे मूसा मूसा ने देश के सबसे बड़े सिनेमा चेन की जिम्मेदारी संभाली और डरबन में परिवार के ऐतिहासिक सिनेमाघर को फिर से हासिल कर लिया. इससे पहले तक उस पर श्वेत लोगों का कब्जा था.
इसके बाद एवालोन समूह ने दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख शहरों में फिर से सिनेमाघर खोले और अब वह दक्षिण अफ्रीका में बॉलीवुड फिल्मों का एकमात्र वितरक बन गया है.
फिलहाल एबी जूनियर केपटाउन में ऐतिहासिक सिनेमा को फिर से शुरू करने का कामकाज देख रहे हैं.