अब शहीदों के परिवारों ने मांगे हवाई हमले के सबूत
मोदी सरकार भले ही मानती हो कि भारतीय सेना द्वारा किए गए हवाई हमले के प्रमाण मांगने वाले विपक्षी नेता और देश का एक तबका ‘शहीदों का अपमान’ कर रहा है, लेकिन खुद शहीदों के परिवारजन भी चाहते हैं कि सरकार हवाई हमले के पुख्ता प्रमाण देश के सामने रखे.
अब पुलवामा हमले में शहीद सीआरपीएफ की पत्नी ने पाकिस्तान में हुए हवाई हमले का प्रमाण मांगा है. शहीद राम वकील की पत्नी गीता देवी ने कहा कि सरकार को एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में हुए नुकसान के कुछ प्रमाण देने चाहिए.
14 फरवरी को पुलवामा हमले में 44 सीआरपीएफ शहीद हो गए थे.
उन्होंने कहा, “पुलवामा हमले के बाद हमें जवानों के शव मिले, लेकिन पाकिस्तान में हुए एयर स्ट्राइक का ऐसा कोई भी सबूत नहीं है.”
शहीद राम वकील की बहन रामरक्षा कहती हैं, “लोग जानना चाहते हैं कि वहां(बालकोट) वास्तव में क्या हुआ था.”
उन्होंने कहा “अगर 300 आतंकियों के मारने का दावा किया जा रहा है तो इसके कुछ प्रमाण दिए जानें चाहिए. हम कैसे विश्वास कर लें कि स्ट्राइक में आतंकवादी मारे गए हैं? वह कहती हैं कि यह दावा झूठा भी हो सकता है.
राम वकील की माता अमित श्री कहती हैं कि अगर सरकार कहती है कि शहीदों की वीरगति का बदला ले लिया गया है तो उन्हें इसका सबूत देना चाहिए.
राम वकील(45) के तीन बेटे राहुल(12), साहिल(10) और अंश(4) हैं. वह एक महीने तक मैनीपुरी में अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाकर ड्यूटी पर लौटे थे.
पिछले दिनों शहीद सीआरपीएफ जवान प्रदीप कुमार की विधवा शर्मिठा(37) ने कहा था कि वह बालकोट में एयर स्ट्राइक को लेकर किए जा रहे दावों से संतुष्ट नहीं हैं.
इससे पहले वायुसेना की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि बालकोट में एयर स्ट्राइक के बाद कितने आतंकी मारे गए, यह बताना उनका काम नहीं है. लेकिन पहले से तय लक्ष्य को निशाना बनाने में वायुसेना कामयाब रही है.
हवाई हमले के बाद मीडिया में 250-400 के बीच आतंकी मारे जाने का आंकड़ा गढ़ा गया है. खुद केन्द्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री मारे गए आतंकियों की संख्या के बारे में अलग-अलग दावे करते नजर आए हैं.
हालांकि पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि कोई भी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है केवल कुछ पेड़ गिर गए हैं.
विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें अबतक हमले में किसी आतंकी के मारे जाने की कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है.