पहले दादा फिर पिता अब पोते ने कर्ज ना चुका पाने की वजह से की आत्महत्या


The voices of suppressed farmers in electoral noise

  प्रतिकात्मक तस्वीर

पंजाब में कर्ज के बोझ तले दबे एक ही परिवार की तीन पीढ़ियों के सामने इस समस्या से निबटने के लिए आत्महत्या के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बचा. परिवार के सबसे छोटे और एकमात्र पुरुष सदस्य ने अपने दादा और पिता की ही तरह कर्ज से निकलने की तमाम कोशिशों से हारने के बाद आत्महत्या को गले लगा लिया.

22 वर्षीय लवप्रीत ने कर्ज ना चुका पाने की वजह से मंगलवार, 10 सितंबर को आत्महत्या कर ली.

यह परिवार बीते पंद्रह सालों से कर्ज के बोझ के तले दबा है. कर्ज को ना चुका पाने की वजह से पहले लवप्रीत के दादा और फिर पिता ने भी आत्महत्या को गले लगा लिया था. वे अपने पीछे परिवार में सिर्फ दो औरतों को छोड़ गए हैं.

पुलिस के मुताबिक लवप्रीत ने पंजाब के बरनाला जिला के भोटना गांव स्थित अपने घर में जहर खाकर जान दे दी थी.

पुलिस की जांच से यह पता चला है कि कर्ज को चुकाने के दबाव में बीते पंद्रह वर्षों में परिवार की जमीन बारह एकड़ से घटकर महज एक एकड़ पर सिमट चुकी है.

परिवार के तीन पुश्त को खोने का अथाह गम तो है ही, लेकिन इसके अलावा लवप्रीत की मां हरपाल कौर और बहन मनप्रीत कौर को अब यह चिंता खाए जा रही है कि करीब सात लाख का कर्ज वो कैसे चुका पाएंगी.

हरपाल ने बताया, “मेरे पति की आत्महत्या के बाद लवप्रीत ने खेती करने का फैसला किया था, ताकि वह कर्ज चुका पाएगा. इस बार बुआई करने के लिए उसने पांच एकड़ खेत पट्टे पर लिया था. लेकिन इससे भी कुछ हासिल नहीं हुआ. ऐसा लगता है कि हमारा परिवार शापित है.”

पिछले साल पांच जनवरी को लवप्रीत के पिता कुलवंत ने अपने खेत में पेड़ से लटक कर फांसी लगा ली थी. इससे ठीक एक दिन बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह मानसा में ऋण राहत योजना की शुरुआत करने वाले थे. इस योजना के सीमांत और छोटे किसानों को लाभ पहुंचाना था.

लवप्रीत का परिवार पंद्रह साल पहले कर्ज के जाल में फंसता चला गया था. लवप्रीत के दादा नाहर ने एक स्थानीय साहूकार से पैसे लिए थे. पैसे ना चुका पाने के आभाव में परिवार ने थोड़ा-थाड़ा कर जमीन भी बेचना शुरू किया लेकिन फिर उन्हें एहसास हुआ कि ऐसे में उनके पास कुछ भी नहीं बचेगा.

गांव के सरपंच बुधसिंह ने बताया कि नाहर ने अपने बेटे की आत्महत्या से करीब आठ साल पहले आत्महत्या कर ली थी. लवप्रीत के पिता ने जहर खाकर आत्महत्या की थी. सरपंच ने बताया कि नाहर के भाई घोना सिंह की भी मौत आप्रकृतिक रूप से हुई थी. लेकिन, यह स्पष्ट रूप से साबित नहीं हो सका था कि उन्होंने भी आत्महत्या की थी या नहीं.

हरपाल ने कहा, “मेरे बेटे ने जान दे दी क्योंकि वह कर्ज ना चुका पाने की वजह से तनाव में था. इसके अलवा वो इसलिए भी तनाव में था क्योंकि वो अपनी बड़ी बहन की शादी नहीं करवा पा रहा था.”

बरनाला के एसएसपी हरजीत सिंह ने कहा कि जांचकर्ता हरपाल के बयान की जांच कर रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि इन तमाम आत्महत्याओं का कारण कर्ज ही है.


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