RKDF IST के छात्र नीरज सत्य हैं चंद्रयान-2 के प्रोजेक्ट मैनेजर
चंद्रयान-2 की लैंडिंग भले सफल नहीं हो पाई हो, लेकिन इसरो के वैज्ञानिकों की प्रशंसा पूरे देशभर में हो रही है. उनमें इस अभियान के प्रोजेक्ट मैनेजर नीरज सत्य भी हैं. नीरज सत्य भोपाल के जानेमाने एजुकेशन ग्रुप RKDF के सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं.
40 साल के नीरज सत्य इस मिशन पर प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्य कर रहे थे. वे थर्मल डिजाइन और उष्मीय निष्पादन की जिम्मेदारी निभाते हैं. उनका काम अंतरिक्ष में तापमान का निर्धारण करना है. नीरज सत्य चंद्रयान अभियान से साल 2008 में जुड़े थे.
मध्य प्रदेश के खरगोन के गोगवां के मूल निवासी नीरज सत्य प्राथमिक शिक्षा अपने पैतृक गांव में पूरी की. उन्होंने कक्षा छह से 12वीं तक नवोदय विद्यालय में पढ़ाई की. नीरज सत्य ने 1996 के बैच में RKDF IST से इंजीनियरिंग की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लैंडिंग के दौरान इसरो के हेडक्वार्टर में मौजूद रहे और वहां सभी वैज्ञानिकों से मुलाकात की. उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों की प्रशंसा की और कहा कि आज भले ही हमारे रास्ते में एक रुकावट आई हो, हम मंजिल के रास्ते से डिगे नहीं हैं.
इसरो के हेडक्वार्टर में प्रधानमंत्री मोदी ने नीरज सत्य से भी हाथ मिलाया और उनके कार्य को सराहा.
RKDF ग्रुप के चेयरमैन डॉक्टर सुनील कपूर ने नीरज सत्य के साथ इसरो के सभी वैज्ञानिकों का धन्यवाद किया है और आने वाले समय में मिशन की सफलता की कामना की है.
यान की लैंडिंग चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर होनी थी, लेकिन चंद्रमा की सतह से 2.1 किलोमीटर पहले उसका संपर्क टूट गया.