अनुच्छेद 370 हटाने पर क्या बोला अंतरराष्ट्रीय मीडिया


the reaction of international media on scrapping article 370

 

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद ना केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जा रहा है.

अमेरिकी मीडिया समूह सीएनएन ने लिखा है- भारत द्वारा राज्य का दर्जा बदलने की योजना के खुलासे के बाद कश्मीर पूरी तरह से बंद. सीएनएन ने यह भी बताया कि किस तरह इस योजना के खुलासे के पहले राज्य में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को नजरबंद किया गया और धारा 144 को लागू किया गया.

वहीं अल जजीरा ने शीर्षक लगाया- भारत ने विवादित कश्मीर का विशेष दर्जा हटाया. अल जजीरा ने उपशीर्षक भी लगाया है. इसमें लिखा है कि भारत सरकार ने देश के एकमात्र मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र को बाकी देश के साथ एकीकृत करने के लिए अनुच्छेद 370 को हटाया.

अल जजीरा ने पाकिस्तान की भी प्रतिक्रिया को जगह दी है. अल जजीरा ने लिखा है कि पाकिस्तान ने इस कदम को अतार्किक और गैर-जिम्मेदार बताया है. अल जजीरा ने भी ये बताया है कि किस तरह कश्मीर के प्रमुख नेताओं को नजरबंद करके यह निर्णय लिया गया.

वहीं एक और अमेरिकी मीडिया समूह न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी सीएनएन से मिलता जुलता शीर्षक दिया है. टाइम्स ने लिखा है कि इस कदम को हर तरफ कश्मीर की स्वायत्ता के ऊपर हमले के रूप में देखा जा रहा है और इससे विवादित घाटी में और अधिक उथल-पुथल होने की संभावना है.

न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह भी लिखा है कि घोषणा से पहले भारत ने क्षेत्र को सैनिकों से पाट दिया, पर्यटकों को घाटी से निकाल दिया, स्कूलों को बंद कर दिया और इंटरनेट सेवाओं को काट दिया.

एक और मीडिया समूह यूरो न्यूज ने इस खबर को कवर करते हुए शीर्षक दिया- कड़ी कार्रवाई के तहत भारत ने कश्मीर का विशेष दर्जा हटाया. मीडिया समूह ने कश्मीर के नेताओं की प्रतिक्रिया को भी जगह दी है. यूरो न्यूज ने लिखा है कि कश्मीरी नेताओं ने चेतावनी दी है कि कानून खत्म करने से चौतरफा अशांति फैलेगी.


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