प्रज्ञा सिंह ठाकुर का बयान अपमानजनक: सीपीएम
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया(मार्क्सवादी) ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताए जाने की निंदा की है. सीपीएम के पोलित ब्यूरो ने भोपाल लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को ‘अपमानजनक’ बताया है.
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा था कि गोडसे देशभक्त हैं, देशभक्त थे और देशभक्त रहेंगे. प्रज्ञा सिंह आतंकवादी घटनाओं की साजिश रहने का आरोप है. फिलहाल वह खराब स्वास्थ्य की वजह से बेल पर हैं.
सीपीएम की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उन्हें भारत की सभ्यता की विरासत का प्रतीक कहते हैं.
प्रेस नोट में कहा गया है कि बीजेपी-आरएसएस प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारकर धार्मिक ध्रुवीकरण करना चाहती थी और हिन्दुत्व सांप्रदायिक वोट बैंक को अपने पक्ष में करने का इरादा रखती थी.
प्रेस को जारी बयान के मुताबिक, “यह सब आरएसएस-बीजेपी का आतंकवाद, आतंकवाद के आरोपी और महात्मा गांधी के हत्यारे के प्रति नजरिया को दिखाता है.”
सीपीएम ने इस मुद्दे को चुनाव आयोग के पास ले जाने से मना कर दिया है. इसके पीछे चुनाव आयोग के पिछले रिकार्ड को बताया गया है. पार्टी ने इस पूरे मुद्दे को सीधे जनता के बीच ले जाने की बात कही है. प्रेस नोट में कहा गया है, “भारतीय संविधान को बचाने और मजबूती देने के लिए बीजेपी को हराने और सत्ता से बाहर करने की अपील भारत की जनता से पोलित ब्यूरो करती है.”